CWG में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों पर अपने ही ऐलान से पलटी हरियाणा सरकार
नई दिल्ली। हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज एक बार फिर से अपने बयान को लेकर विवादों में हैं। अनिल विज ने कॉमनवेल्थ गेम्स में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित किए जाने को लेकर कहा है कि हम उन खिलाड़ियों को ही पैसे देते हैं जो प्रदेश के खिलाड़ी हैं और पदक जीतकर आते हैं। हम उन खिलाड़ियों को अवार्ड मनी नहीं देते हैं जो रेलवे या अन्य विभाग की ओर से खेलते हैं। राज्य सरकार की नीति का हवाला देते हुए विज ने कहा कि सिर्फ उन्ही खिलाड़ियों को अवार्ड मनी दी जाती है जो प्रदेश की ओर से खेलते हैं और हमारे प्रदेश का ही प्रतिनिधित्व करते हैं।
हरियाणा के मंत्री एक बार फिर से अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने कहा कि हम उन्हीं खिलाड़ियों को अवार्ड मनी देते हैं जो प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्हे दी जाने वाले इनाम राशि को सरकार ने कम कर दिया है। जिसकी वजह से रेलवे बोर्ड की ओर से खेलने वाले खिलाड़ी काफी नाराज हैं और सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं। नाराज खिलाड़ियों ने खिलाड़ियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम तक का भी बहिष्कार किया है।
इस विवाद पर सफाई देते हुए अनिल विज ने कहा कि हमारी सरकार की नीति स्पष्ट है कि हम सिर्फ उन्ही खिलाड़ियों को इनाम दे सकते हैं जो हरियाणा की तरफ से खेले हैं और दूसरों को इनाम नहीं दे सकते हैं। लेकिन अगर फिर भी जो खिलाड़ी हरियाणा की धरती से खेले हैं हम उनका सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के भीतर हीन भावना ना आए इसलिए हम उन्हें इनाम को कम करके दे रहे हैं।
जिन खिलाड़ियों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया उनके बारे में विज ने कहा कि हम इसमे कुछ नहीं कर सकते हैं। हम खिलाड़ियों को बदलकर इनाम नहीं दे सकते हैं, इससे हरियाणा के खिलाड़ी नीचे हो जाएंगे वहीं आसाराम पर कोर्ट के फैसले पर विज ने कहा कि कोर्ट ने सभी पहलुओं को देखने के बाद ही अपना फैसला दिया होगा, हम कोर्ट के फैसले पर कोई टिप्पणी नहीं कर सते हैं। उन्होंने कहा कि धर्मगुरु समाज को नई दिशा देते हैं ऐसे में सभी को एक ही तराजू में नहीं तौला जा सकता है।
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