Haryana Election Results 2019: तो क्या इस वजह से सत्ता से बाहर होती नजर आ रही है भाजपा?
नई दिल्ली। हरियाणा में जिस तरह से तमाम एग्जिट पोल के नतीजे गलत होते नजर आ रहे हैं, उसने तमाम पोल पंडितों को चौंका दिया है। प्रदेश में किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलता नजर नहीं आ रहा है। प्रदेश में भाजपा की सीट जाती नजर आ रही है, जिसकी खुद पार्टी को कतई उम्मीद नहीं थी। 2014 की बात करें तो यहां 76.13 फीसदी मतदान हुआ था और प्रदेश में भाजपा ने पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई थी। लेकिन 2014 के ठीक पांच वर्ष बाद भाजपा यहां सत्ता से बाहर होती नजर आ रही है।
कम हुआ मतदान
प्रदेश में भाजपा के लिए मुश्किल की एक बड़ी वजह यह है कि यहां 2014 की तुलना में वोट फीसद गिरा है। इस बार कुल मतदान 69.47 फीसदी हुआ, ऐसे में तकरीबन 8 फीसदी कम मतदान हुआ। ऐसे में माना जा रहा है कि प्रदेश में कम मतदान होना भाजपा के लिए मुश्किल साबित हो रहा है। दिलचस्प बात यह है कि इसी वर्ष मई माह में हुए लोकसभा चुनाव में अधिकतर राज्यों में वोट फीसद पिछले चुनाव की तुलना में बढ़ा था।
छुट्टियां हो सकती हैं बड़ी वजह
दरअसल हरियाणा जहां सभी 90 सीटों पर एक चरण में ही मतदान हुआ था। यहां 21 अक्टूबर यानि सोमवार को मतदान हुआ था। ऐसे में कई कार्यालयों में शनिवार को छुट्टी होने की वजह से तीन दिन की छुट्टी के चलते त्योहोरों के मौसम में बड़ी संख्या में लोग छुट्टियां मनाने या फिर अन्य वजहों से वोट डालने के लिए नहीं गए। भाजपा को इस बात का अंदाजा भी हो गया था। खुद प्रधानमंत्री मोदी ने भी कई बार मतदाताओं से वोट करने की अपील की थी और लोगों से इसे नेशनल ड्यूटी के तौर पर लेने के लिए कहा था।
2014 में बंपर जीत
मतों की गणना के शुरुआती आंकड़ों पर नजर डालें तो भाजपा धीरे-धीरे बहुमत की ओर आगे बढ़ रही है, लेकिन फिर भी 45 के आंकड़े से दूर नजर आ रही है। हालांकि 20104 की तुलना में कांग्रेस ने अपनी स्थिति में सुधार किया है। जबकि जननायक जनता पार्टी भी यहां आगे चल रही है। पिछले चुनाव में कांग्रेस ने यहां 15 सीटों पर जीत दर्रज की थी, जबकि भाजपा ने 47 सीटों पर जीत दर्ज करके सरकार का गठन किया था।