Haryana Election Results 2019: आप ने भी उतारे थे 45 उम्मीदवार, जानिए क्या हुआ हाल
नई दिल्ली। हरियाणा में चुनाव नतीजों के पहले तमाम एग्जिट पोल के आंकड़ों में कहा गया था कि भारतीय जनता पार्टी को यहां पूर्ण बहुमत हासिल होगा, लेकिन एग्जिट पोल से उलट प्रदेश में त्रिशंकु विधानसभा उभरकर सामने आई है। यहां किसी भी दल को पूर्ण बहुमत हासिल नहीं हुआ है। लेकिन जेजेपी यहां अहम किरदार के तौर पर सामने आई है। प्रदेश में कांग्रेस-भाजपा 35-35 सीटों पर जीत दर्ज करती नजर आ रही हैं जबकि जेजेपी 10 सीटों पर आगे चल रही है। लिहाजा किसी भी दल को प्रदेश में पूर्ण बहुमत का आंकड़ा हासिल नहीं हुआ है। लेकिन इन सब के बीच आम आदमी पार्टी ने भी हरियाणा के चुनावी मैदान में दांव खेला था, लेकिन आप को यहां निराशा हाथ लगी है।
आधा फासदी भी वोट नहीं मिला
हरियाणा में आम आदमी पार्टी किसी भी सीट पर आगे नहीं चल रही है और प्रदेश में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में पूरी तरह से विफल रही है। दोपहर तीन बजे तक की बात करें दो चुनाव आयोग के अनुसार आम आदमी पार्टी को 0.45 फीसदी ही वोट हासिल हुए हैं। इससे पहले आम आदमी पार्टी ने लोकसभा चुनाव में भी हरियाणा में अपना हाथ आजमाया था, लेकिन उस वक्त भी उन्हें निराशा हाथ लगी थी। देश की राजधानी दिल्ली में जिस तरह से आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत दर्ज की थी उसके बाद पार्टी को हाल के लोकसभा चुनाव के बाद इस बार हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भी निराशा हाथ लगी।
45 उम्मीदवार उतारे थे मैदान में
आम आदमी पार्टी हरियाणा में पिछले कई वर्षों से अपनी पैठ जमाने की कोशिश में लगी है। हरियाणा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का गृह राज्य भी है। इस बार आप ने प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में से 45 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। लेकिन किसी भी उम्मीदवार ने संघर्ष नहीं दिखाया। अहम बात यह है कि ना तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और ना ही आप के किसी भी दिग्गज नेता में हरियाणा चुनाव को लेकर उत्साह दिखा।
2014 में भाजपा ने दर्ज की थी बंपर जीत
बता दें कि 2014 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार राज्य में बहुमत हासिल किया था। भाजपा ने दस साल से सत्ता पर काबिज कांग्रेस को सरकार से बाहर किया था। 2014 में हरियाणा की 90 सीटों में 47 पर भाजपा को जीत मिली थी, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल को 19 और कांग्रेस को 15 सीटों पर जीत मिली थी। पिछले विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियों के वोटिंग पर्सेंट पर नजर डालें तो सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी का वोटिंग पर्सेंट 33 फीसदी रहा था। पार्टी ने 47 सीटें अपने नाम की थीं और सत्ता संभाली थी। दूसरे नंबर 24 फीसदी वोटिंग पर्सेंट के साथ आईएनएलडी रही थी, जिनकी 19 सीटें आई थीं। तीसरे नंबर 21 फीसदी वोटिंग पर्सेंट के साथ 15 सीटें जीतने वाली कांग्रेस थी। अन्य का वोटिंग पर्सेंट 22 फीसदी रहा था और उन्हें 9 सीटें आई थीं।