कृषि बिल पर दुष्यंत चौटाला बोले- MSP पर आंच आई तो छोड़ दूंगा मंत्री पद
नई दिल्ली। राज्यसभा में आज पास हुए कृषि बिल को लेकर विपक्षी दलों ने जमकर हंगामा किया है। इस बीच, हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने बड़ा बयान दिया है। चौटाला ने कहा है कि केंद्र सरकार के कृषि संबंधित नए विधेयकों में कहीं भी फसलों के एमएसपी को समाप्त करने की बात नहीं कही गई है। चौटाला ने कहा कि, अगर फसल का एमएसपी देने की व्यवस्था पर कोई आंच आएगी, उसी दिन मैं अपना पद छोड़ दूंगा।
रविवार को चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर पत्रकारों के सवालों के जवाब देते हुए प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि, केंद्र सरकार के कृषि संबंधित नए विधेयकों में कहीं भी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को समाप्त करने की बात नहीं कही गई है। किसानों की फसल अनाज मंडियों में बिना किसी रुकावट के निर्धारित एमएसपी पर ही खरीदी जाएंगी। ज्यादा कीमत का अवसर मिलने पर किसान चाहेंगे तो ओपन मार्केट में भी अपनी फसल बेच सकेंगे।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि, जिस दिन अन्नदाताओं को उनकी फसल का एमएसपी देने की व्यवस्था पर कोई आंच आएगी, उसी दिन मैं अपना पद छोड़ दूंगा। किसानों के लिए एमएसपी का अधिकार बरकरार रहेगा और इस विषय पर आम लोग किसी के बहकावे में ना आएं। दुष्यंत चौटाला ने कांग्रेस को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने राजनीतिक स्वार्थ की खातिर भोले-भाले किसानों को गुमराह करने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि नए विधेयकों का विरोध करने वाले भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री रहते हुए न केवल ओपन मार्केट की वकालत की थी, बल्कि केंद्र की तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार द्वारा गठित समिति के चेयरमैन के तौर पर इन सिफारिशों पर दस्तखत भी किए थे। दुष्यंत चौटाला ने हुड्डा से सवाल किया कि वे किसानों को बताएं कि उनके इस दोगली नीति को अपनाने के पीछे क्या मजबूरी है और कांग्रेस प्रदेश के किसानों को क्यों गुमराह कर रही है।
रक्षा मंत्री राजनाथ ने कहा- मैं भी किसान हूं, APMC और MSP खत्म नहीं हो रहे