'आप' के प्रदर्शन से चिंतित हैं हरियाणा के मुख्यमंत्री
इस बात पर विचार करते हुए कि दिल्ली के चुनाव में बड़ी संख्या में हरियाणा से गए आप के स्वयंसेवियों ने काम किया और केजरीवाल का परिवार भी इसी राज्य के भिवानी जिले से संबंधित है, कांग्रेसी नेताओं को भविष्य में हरियाणा में भी आप के सक्रिय होने का खतरा नजर आ रहा है। निश्चित रूप से आप का हरियाणा में असर है, और अगले वर्ष मई में लोकसभा के चुनाव और वर्षात के अक्टूबर में जब विधानसभा चुनाव होंगे तब पार्टी राज्य की राजनीति में जगह बनाने का प्रयास करेगी।
हुड्डा ने दिल्ली में सरकार गठित करने के लिए आप को समर्थन देने का सुझाव तो दिया है अपनी 'व्यक्तिगत क्षमता' पर भरोसा करते हुए वे हरियाणा की राजनीति में आप के भावी दखल को खारिज करते हैं। हुड्डा ने कहा, "यह दूर की कौड़ी है।"
हरियाणा में हुड्डा पहली बार 2005 में मुख्यमंत्री बने थे और अक्टूबर 2009 में एक निर्दलीय और टूटे हुए विधायकों के सहारे वे दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता पर काबिज हुए। इन वर्षो में उनके कामकाज की शैली में काफी बदलाव आ चुका है। बस एक ही चीज नहीं बदली है और वह है मीडिया से उनका व्यवहार।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।