हरियाणा विधानसभा चुनाव में किसका पलड़ा है भारी, जानिए
नई दिल्ली। हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए 21 अक्टूबर को एक चरण में मतदान होगा। वहीं, वोटों की गिनती 24 अक्टूबर को की जाएगी। हरियाणा में एक लाख तीस हजार ईवीएम मशीनों द्वारा मतदान कराया जाएगा। हरियाणा में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। राज्य में मतदाताओं की संख्या 1.82 करोड़ है। बता दें कि साल 2014 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने 47 सीटें हासिल की थीं। इस तरह बीजेपी ने अपने दम पर बहुमत हासिल किया था और मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अकेले हासिल किया था बहुमत
2014 में हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पहली बार राज्य में बहुमत हासिल किया था। भाजपा ने दस साल से सत्ता पर काबिज कांग्रेस को सरकार से बाहर किया था। 2014 में हरियाणा की 90 सीटों में 47 पर भाजपा को जीत मिली थी, जबकि इंडियन नेशनल लोकदल को 19 और कांग्रेस को 15 सीटों पर जीत मिली थी। पिछले विधानसभा चुनाव में सभी पार्टियों के वोटिंग पर्सेंट पर नजर डालें तो सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी का वोटिंग पर्सेंट 33 फीसदी रहा था। पार्टी ने 47 सीटें अपने नाम की थीं और सत्ता संभाली थी। दूसरे नंबर 24 फीसदी वोटिंग पर्सेंट के साथ आईएनएलडी रही थी, जिनकी 19 सीटें आई थीं। तीसरे नंबर 21 फीसदी वोटिंग पर्सेंट के साथ 15 सीटें जीतने वाली कांग्रेस थी। अन्य का वोटिंग पर्सेंट 22 फीसदी रहा था और उन्हें 9 सीटें आई थीं।
लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने मारी थी बाजी
बीजेपी सीएम मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में दोबारा सत्ता हासिल करने के लिए पूरी ताकत से प्रचार में जुटी है। बीजेपी पीएम मोदी की लोकप्रियता पर अभी भी काफी हद तक निर्भर है। साथ ही पीएम किसान योजना, आर्टिकल 370, तीन तलाक बिल जैसे मुद्दों पर पार्टी ज्यादा जोर दे रही है, लेकिन भाजपा को आर्थिक मंदी और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर विपक्ष घेरने की लगातार कोशिश करता रहा है। दूसरी तरफ, कांग्रेस कुमारी शैलजा के नेतृत्व में हरियाणा में वापसी की कोशिश में जुटी है।
विपक्ष मंदी और बेरोजगारी पर बीजेपी को घेरने में जुटा
हरियाणा की लोकसभा सीटों की बात करें, तो बीजेपी ने 2014 की तुलना में और बेहतर प्रदर्शन करते राज्य की सभी 10 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था, जबकि कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका था। लोकसभा चुनावों में बीजेपी को टक्कर देने की कोशिश में जुटी कांग्रेस के लिए ये बड़ा झटका था। लोकसभा चुनावों के बाद हरियाणा कांग्रेस में मतभेद खुलकर सामने आने लगे जब कुमारी शैलजा को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया। इसके बाद से ही नाराज चल रहे अशोक तंवर ने पार्टी नेतृत्व पर टिकट बेचने का आरोप लगाते हुए हाल ही में इस्तीफा दे दिया था। अब तंवर ने जेजेपी को समर्थन देने का ऐलान किया है। बीजेपी कांग्रेस के अलावा प्रमुख दलों में दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व में जननायक जनता पार्टी और ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल चुनाव मैदान में हैं।