22 साल पुरानी दोस्ती टूटने के बाद हरसिमरत कौर ने कहा-ये वाजपेयी जी और बादल साहब की कल्पना वाला NDA नहीं
23 साल पुरानी दोस्ती टूटने के बाद हरसिमरत कौर ने कहा-ये वाजपेयी जी और बादल साहब की कल्पना वाला NDA नहीं
नई दिल्ली। कृषि बिलों को लेकर उठे विवाद को लेकर एनडीए में फूट पड़ गई है। एनडीए के पुराने साथियों में से एक शिरोमणि अकाली दल ने गठबंधन से अलग होने का फैसला कर लिया है। अकाली दल एनडीए से बाहर हो गया, जिसके बाद शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट कर एनडीए और भाजपा पर हमला बोला। हरसिमरत कौर ने ट्वीट कर भाजपा के नेतृत्व वाली एनडीए पर हमला बोला और लिखा कि ये वो एनडीए नहीं है, जिसकी कल्पना वाजपेयी जी और बादल साहब ने की थी।
हरसिमरत कौर ने एक ट्वीट कर लिखा कि जिस एनडीए गठबंधन की परिकल्पना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बादल साहब ने की थी, ये वो एनडीए नहीं है। उन्होंने अपने ट्विटर पेज पर लिखा कि यह गठबंधन बहरा हो चुका है, जिसे अपने सबसे पुराने साथी की आवाज नहीं सुनाई देती है। ये ऐसा गठबंधन बन गया, जो पूरे देश का पेट भरने वाले वालों से नजरें फेर लेता है। ऐसा गठबंधन पंजाब के हित में नहीं है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने ट्वीट करते हुए कहा कि यदि तीन करोड़ पंजाबियों का विरोध और उनकी पीड़ा को देख इस सरकार का मन नहीं पसीजता तको यह वो गठबंधन नहीं, जिसकी कल्पना वाजपेयी जी और बादल साहब ने की थी। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को मना नहीं पा रही है। केंद्र सराकर देश के अन्नदाताओं का विश्वास में नहीं ले सकी। उन्होंने किसानों से माफी मांगते हुए कहा कि वो मोदी सरकार को समझा नहीं पाई जिसके लिए वो देश के किसानों से माफी मांगती हैं। उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर कहा कि जब मेरे पास सवाल आया कि मैं किसानों का साथ दूं या सरकार का तो रास्ता मेरे सामने बिल्कुल साफ था। मैंने उनका साथ दिया, जिनकी वजह से यहां तक पहुंची हूं।
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गौरतलब है कि शनिवार को शिरोमणि अकाली दल ने कृषि बिल के मुद्दों पर बीजेपी की अगुवाई वाले NDA से खुद को अलग करने की घोषणा कर दी। आपको बता दें कि शिवसेना और तेलगु देशम पार्टी के बाद अकाली दल तीसरी पार्टी है, जो NDA से बाहर हो गई है।
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If Pain & Protests of 3 cr punjabis fail to melt the rigid stance of GoI, it's no longer the #NDA envisioned by Vajpayee ji & Badal sahab. An alliance that turns a deaf ear to its oldest ally & a blind eye to pleas of those who feed the nation is no longer in the interest of Pb. https://t.co/OqU6at00Jx
— Harsimrat Kaur Badal (@HarsimratBadal_) September 26, 2020