हरसिमरत कौर बोलीं- किसान उनके दर पर खड़े हैं, पीएम मोदी अब भी फोन कॉल की बात कर रहे
नई दिल्ली। देश की वित्त मंत्री निर्मल सीतारमण ने सोमवार को बजट 2020-21 पेश किया। वहीं एनडीए सरकार में पूर्व में मंत्री रह चुकी शिरोमणि अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने इस बजट के लेकर केंद्र सरकार पर तंज कसा है। कृषि कानूनों के विरोध में एनडीए को हमेशा के अलविदा करने वाली हरसिमरत ने कृषि कानून को लेकर ही बयान दिया है। इतना ही नहीं निर्मला सीतारमण ने जब बजट पेश किया तो हरसिमरत कृषि कानूनों के विरोध में सदन से बाहर निकल गई थीं। वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ शुक्रवार को बजट सत्र की शुरुआत के दिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संयुक्त अभिभाषण का 18 विपक्षी पार्टियों ने बहिष्कार किया था।
गौरतलब है कि बीते रविवार को पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा था कि सरकार किसानों से बाजचीत के लिए सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर है। जिस पर तंज कसते हुए हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार अब भी फोन कॉल की बात कर रही है जबकि किसान उनके दर पर खड़े हैं। पूर्व केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत ने कहा कि यह शर्मनाक है कि ठंड में किसान महीनों से दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन संसद में राष्ट्रपति के संयुक्त संबोधन या फिर पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम में इसका कोई जिक्र नहीं था।
उन्होंने मीडिया को दिए साक्षात्कार में कहा कि इस प्रदर्शन में अब तक सौ लोगों की जान चली गई। करीब 3 महीने से ये किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। वे अपनी आवाज सुने जाने के इंतजार में सचमुच सरकार के दर पर बैठे हैं लेकिन मोदी अभी भी एक फोन कॉल का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये समय की मांग यह है कि 11 बार की बातचीत के बाद अब किसानों की मांग मानी दी जाए और उन्हें यह आश्वासन दिया जाए कि अब किसी को जान देने की जरूरत नहीं है। हम अब भी फोन कॉल की बात कर रहे हैं, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
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