Farm Bills: हरसिमरत कौर की अपील- अन्नदाता की आवाज सुनें राष्ट्रपति, 18 विपक्षी दलों ने भी लगाई गुहार
नई दिल्ली। राज्यसभा में कृषि बिलों के पारित होने के बाद विपक्ष का विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया है। संसद से लेकर सड़कों तक कृषि विधेयक को लेकर संग्राम जारी है। इस बीच शिरोमणि अकाली दल (SAD) की नेता हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब ट्वीट कर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अपील की है कि वह कृषि बिल पर हस्ताक्षर से पहले पुनर्विचार करें। इसके साथ ही हरसिमरत ने बताया कि अकाली दल के अलावा 18 विपक्षी दलों ने इस मामले पर राष्ट्रपति से संपर्क किया है।
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गौरतलब है कि सड़कों पर किसान और संसद में विपक्ष के भारी विरोध व हंगामें के बीच दो दिन पहले यानी रविवार को राज्यसभा में ध्वनि मत से कृषि विधेयकों को पास कर दिया गया था। विपक्ष के विरोध का सामना कर रही मोदी सरकार को तब बड़ा झटका लगा जब केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने बिल को किसान विरोधी बताते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद बीते सोमवार को कृषि विधेयकों को लेकर शिरोमणि अकाली दल के नेताओं ने दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के नेतृत्व में दिल्ली पहुंचे नेताओं ने राष्ट्रपति से अनुरोध किया कि वो राज्यसभा में पास हुए कृषि विधेयकों पर हस्ताक्षर ना करें।
इसी क्रम में आज यानी बुधवार को शिअद नेता हरसिमरत कौर बादल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि उनके पार्टी के अलावा 18 और विपक्षी दलों ने कृषि विधेयकों को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से संपर्क किया है। उन्होंने लिखा, 'शियद के बाद अब 18 विपक्षी दलों ने पुनर्विचार के लिए संसद में कृषि बिलों को वापस लेने के लिए राष्ट्रपति से संपर्क किया है। मैं राष्ट्रपति कोविंद जी से अपील करती हूं कि अन्नदाता की आवाज पर ध्यान दें और संघ सरकार से उनकी चिंताओं को दूर करने का आग्रह करें।'
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