हार्ली डेविडसन ने भारत को कहा अलविदा, कंपनी ने ये बताई वजह
नई दिल्ली। अमेरिकी मोटरसाइकिल निर्माता कंपनी हार्ले-डेविडसन ने भारत से अपना कारोबार खत्म कर रही है। हार्ले डेविडसन ने एक बयान जारी करके कहा है कि वह कुछ अंतरराष्ट्रीय बाजारों से बाहर निकलने और भारत में अपनी ब्रिकी और विनिर्माण कार्यों को बंद कर रही है। गुरुवार को कंपनी की ओर से कहा गया है कि वह भारत में अपनी बिक्री और मार्केटिंग कार्यों को बंद करने के साथ 2020 के लिए 75 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त पुनर्गठन लागत करने की उम्मीद कर रही है।
भारत में 70 कर्मियों की छटनी
कंपनी ने 'The Rewire' प्रोग्राम के तहत भारत में मैन्युफैक्चरिंग और सेल्स ऑपरेशन को पूरी तरह से शट डाउन कर दिया है। हार्ले डेविडसन ने हरियाणा के शहर बावल में मौजूद अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को आज पूरी तरह से बंद किया है।
कंपनी अपने कारोबार को पुनर्गठित करने जा रही है। कंपनी ने कहा कि उसे अब 2020 में लगभग 169 मिलियन डॉलर की कुल पुनर्गठन लागत की उम्मीद है, और इसमें भारत में लगभग 70 कर्मचारियों की छंटनी भी शामिल होगी, एक बाजार जहां कंपनी की कुल बिक्री 5 फीसदी से कम ।
भारत में नहीं बना पाई बाजार
हार्ले डेवडसन ने इससे पहले इसी साल कहा था कि उसने अपने पोर्टफोलियो को कम करने और कम बिक्री वाले बाजारों से बाहर निकलने की योजना बनाई है। कंपनी संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे अधिक लाभदायक मोटरसाइकिलों और मुख्य बाजारों में वापस ध्यान केंद्रित करने की रणनीति बना रही है।
10 साल भारत में रही कंपनी
भारतीय बाजार में 10 साल पहले कदम रखने वाली हार्ले डेविडस निवेश के बावजूद अपनी पकड़ बनाने में नाकाम रहीं। कंपनी अप्रैल से जून की अवधि के बीच केवल 100 बाइक ही बेच पाई है। जुलाई में दूसरी तिमाही के नतीजे आने के बाद ही हार्ले डेविडसन ने कहा था कि कंपनी अंतरराष्ट्रीय बाजारों से बाहर निकलने की योजना का मूल्यांकन कर रही है।
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