उत्तराखंड में हरीश रावत की बड़ी जीत, भाजपा की जबरदस्त किरकिरी
नई दिल्ली। उत्तराखंड में हरीश रावत को फ्लोर टेस्ट में बड़ी सफलता मिली है। फ्लोर टेस्ट में पास होने के साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने रावत को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की अनुमति दे दी है। मंगलवार को उत्तराखंड की विधानसभा में बहुमत साबित करने के बाद हरीश रावत फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे।
एटॉर्नी जनरल मुकुल रोहातगी ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि हरीश रावत ने अपना बहुमत साबित कर दिया है, लिहाजा राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाया जा रहा है। हरीश रावत को 61 में से 33 सीटें मिली जोकि बहुमत से 2 सीट अधिक है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस के 9 बागी विधायकों को फ्लोर टेस्ट में हिस्सा लेने से मना कर दिया था। जिसके बाद कुल विधायकों की संख्या घटकर 61 ही रह गयी थी।
कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट के लिए पर्यवेक्षक को नियुक्त किया था, पर्यवेक्षक ने सीलबंद लिफाफे में फ्लोर टेस्ट का फैसलाा सुप्रीम कोर्ट में पेश किया जिसके बाद हरीश रावत को बड़ी राहत मिली। सुप्रीम कोर्ट की कार्यवाही शुरु होने के बाद एटॉर्नी जनरल ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य से राष्ट्रपति शासन हटा लिया है।
उन्होंने कहा कि हरीश रावत के बहुमत साबित करने के बाद राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाने का फैसला लिया गया। इससे पहले हरीश रावत ने कोर्ट में याचिक दायर की थी कि राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाया जाए और उत्तराखंड हाई कोर्ट के फैसले पर लगे स्टे को भी वापस लिया जाए। लेकिन मुकुल रोहातगी के बयान के बाद हरीश रावत के याचिक रद्द हो जाएगी।