कैराना के साइट इफेक्ट: हार के बाद भाजपा विधायक ने सीएम योगी पर कसा तंज
नई दिल्ली। यूपी में चुनावों में एक के बाद एक हार का सामना कर रही बीजेपी में अंदर से बगावत की आवाजें उठने लगी है। पहले फूलपुर और गोरखपुर में बीजेपी की करारी हार और अब कैराना और नूरपुर की करारी शिकस्त ने बीजेपी के खेमे में खलबली मचा दी है। सवा साल पहले सत्ता में आई बीजेपी को लगातार दूसरे उपचुनाव में मिली हार से वह विपक्ष के साथ खुद के नेताओं के निशाने पर आ गई है। हरदोई जिले की गोपामऊ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक श्यामप्रकाश ने नूरपुर विधानसभा और कैराना लोकसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी की हार को लेकर सोशल मीडिया पर एक बार फिर सरकार और संगठन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं।
विधायक ने लिखी ये कविता
भाजपा विधायक श्यामप्रकाश ने उपचुनाव की हार पर दुख जताते हुए सरकार और पार्टी, दोनों को निशाने पर ले लिया। हालांकि अपनी कविता को 'सकारात्मक' ठहराते हुए उनका कहना था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अब असहाय हैं।
विधायक श्याम प्रकाश ने लिखता....
मोदी
नाम
से
पा
गए
राज।
कर
न
सके
जनता
मन
काज।।
संघ,संगठन
हाथ
लगाम।
मुख्यमंत्री
भी
असहाय।।
जनता
और
विधायक
त्रस्त।
अधिकारी,अध्यक्ष
भी
भ्रष्ट।।
उतर
गई
पटरी
से
रेल।
फेल
हुआ,
अधिकारी
राज।।
समझदार
को
है
ये
इशारा।
आगे
है
अधिकार
तुम्हारा।।
श्याम प्रकाश पहले भी सीएम योगी पर साध चुके हैं निशाना
इस कविता के माध्यम से उन्होंने जहां सीएम को असहाय बताया तो वहीं उन्होंने प्रदेश के अधिकारियों और अध्यक्ष को भ्रष्ट बता दिया। उन्होंने बताया कि भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से प्रदेश की शासन व्यवस्था पटरी से उतर गई है। विधायक नेअपनी कविता की अंतिम पंक्तियों में कहा कि समझदार को इशारा काफी है और आगे अधिकार मतदाताओं को है। यह पहली बार नहीं है कि जब श्याम प्रकाश ने सरकार पर निशाना साधा है। विधायक श्यामप्रकाश पिछले दिनों मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान निरीह बताया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्यामप्रकाश ने कहा था कि मुख्यमंत्री पर संगठन का दबाव है और इसके चलते वह सहजता से कार्य नहीं कर पा रहे हैं।
पिछली सरकार की तुलना में भ्रष्टाचार बढ़ा
श्याम प्रकाश ने भी विधायक सुरेंद्र सिंह की तरह हार का ठीकरा राज्य के भ्रष्ट अफसरों पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि, अफसर भ्रष्ट हैं, किसान सरकार से खुश नहीं हैं। ऐसे ही कुछ कारण बीजेपी की हार के पीछे हैं। मैं सरकार के खिलाफ नहीं हूं, अफसरों की गलती है। पिछली सरकार की तुलना में भ्रष्टाचार बढ़ा है। मेरे असंतोष का यही कारण है।