पाक सरकार के करतारपुर साहिब मैनेजमेंट से सिखों को हटाने पर हरदीप पुरी ने कही ये बात
पाक सरकार के करतारपुर साहिब मैनेजमेंट से सिखों को हटाने पर हरदीप पुरी ने कही ये बात
नई दिल्ली। पाकिस्तान सरकार ने करतारपुर साहिब गुरुद्वारा का प्रबंधन और रखरखाव करने वाली कमेटी को बदला है। गुरुद्वारा प्रबंधन का काम पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पीएसजीपीसी) से लेकर ईटीपीबी (इवेक्यू ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड) को सौंप दिया है। पाक सरकार के इस फैसले पर केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने कड़ा एतराज जताया गया है। हरदीप पुरी ने इस संबंध में हुए सवाल पर कहा है कि अगर ऐसा हुआ है तो एकदम गलत हुआ है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा होनी चाहिए।
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस मामले को लेकर कहा है कि हमने करतारपुर साहिब गुरुद्वारा की प्रबंधन समिति को बदले जाने को लेकर रिपोर्ट देखी हैं। सिखों से लेकर दूसरी कमेटी को ये जिम्मेदारी दे दी गई है। ये पूरी तरह से निदंनीय है। ये अल्पसंख्यक सिखों की धार्मिक भावनाओं को भी आहत करने वाला है। इस कदम से पाक में अल्पसंख्यकों की स्थिति और वहां की सरकार का इस ओर रुख भी पता चलता है। विदेश मंत्रालय ने पाक सरकार से इस फैसले को वापस लेने को कहा है।
शिरोमणि अकाली दल की सांसद और पूर्व मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा है कि पाकिस्तान ने श्री करतारपुर साहिब की मैनेजमेंट गुरुद्वारा कमेटी से लेकर एक प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कमेटी को देने का फैसला किया है। दुनिया के इतिहास में किसी अल्पसंख्यक समुदाय के साथ ये पहले कभी नहीं हुआ होगा जो पाकिस्तान ने किया है। बादल ने पाक सरकार से सवाल किया कि आपने जिस कमेटी को मैनेजमेंट सौंपी है उसमें एक भी सिख नहीं है। वो सिख धर्म के बारे में क्या जानते हैं? आपके धार्मिक स्थान भी दूसरे देशों में हैं, आपके साथ ऐसा किया जाता तो कैसा लगता।
करतारपुर साहिब को लेकर ये है पूरा मामला
पाकिस्तान सरकार ने करतारपुर गुरुद्वारे के रख रखाव का काम पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति से छीन लिया है, जो इसको अब तक देख रही थी। अब ये जिम्मा एक नए संस्थान को दिया है। गुरुद्वारा करतारपुर के प्रबंधन के लिए जिस नौ सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, उसमें पीएसजीपीसी के किसी भी सदस्य को शामिल नहीं किया गया है। नई कमेटी में कोई सिख भी नहीं है। पाकिस्तान सरकार ने गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब को 'प्रोजेक्ट बिजनेस प्लान' घोषित कर दिया है।