दलित आंदोलन में हनुमान का अपमान? बीजेपी MLA ने बीजेपी MP को सुना दी खरी खोटी- बोले- अंबेडकर नहीं हनुमान आदिवासियों के पहले भगवान
जयपुर। राजस्थान के अलवर से बीजेपी के विधायक ज्ञान देव आहूजा एक बार फिर विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं। उन्होंने शुक्रवार को पार्टी ऑफिस में दावा किया कि हनुमान दुनिया के पहले आदिवासी नेता थे। आहूजा ने कहा कि हनुमान आदिवासियों के पहले संत भी थे। जब भगवान राम दक्षिण की ओर जा रहे थे, तब हनुमान ने आदिवासियों की सेना बनाई थी, जिसे भगवान राम प्रशिक्षित किया था। अलवर के रामगढ़ विधायक आहूजा ने यह बात हनुमान की तस्वीर को भीम राव अंबेडकर की प्रतिमा के नीचे लगे देखने के बाद कही। आहूजा ने 2 अप्रैल को हुए दलित संगठनों के विरोध प्रदर्शन का एक वीडियो देखने के बाद कहा, 'हनुमान आदिवासियों के पहले भगवान हैं। मुझे नहीं पता उनका अपमान क्यों किया गया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।'
बीजेपी के विधायक ज्ञान देव आहूजा ने दिया विवादित बयान
आहूजा ने इस संबंध में बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा से भी बात की। बीजेपी विधायक ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने सांसद से स्पष्ट कहा कि आप लोगों को शर्म आनी चाहिए। आप खुद को आदिवासी कहते हैं और हनुमान जी का सम्मान भी नहीं करते।
आदिवासियों के पहले नेता हनुमान जी थे - आहूजा
आहूजा ने मीडिया से कहा कि एससी और एसटी खुद को आदिवासी कहते हैं। वे भीम राव अंबेडकर को भगवान मानते हैं, जबकि आदिवासियों के पहले नेता हनुमान जी थे तो उनके पहले भगवान हनुमान जी हुए, जिन्होंने दलितों को ट्रेंड किया। आहूजा के बयान पर बीजेपी सांसद मीणा ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, 'हनुमान जी के समय में पॉलिटिक्स नहीं थी। हनुमान के अपमान के बारे में मैंने भी सुना। लेकिन इसका आदिवासियों से क्या लेना-देना है? हनुमान जी के साथ धार्मिक आस्था जुड़ी हैं और इस प्रकार की घटनाओं से सेंटीमेंट्स हर्ट होते हैं।
जेएनयू पर भी दिया था विवादित बयान
मीणा ने हनुमान को आदिवासी नेता बताए जाने पर कहा कि आहूजा ने ऐसा क्यों कहा, यह तो वही बेहतर बता पाएंगे। ज्ञान देव आहूजा पहले भी कई बार विवाद खड़े कर चुके हैं। कभी जेएनयू में कंडोम के ढेर मिलने की बात कहकर तो कभी नरेंद्र मोदी को विष्णु का अवतार बताकर आहूजा सुर्खियों में बने रहते हैं।
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