Farmers Protest: हनुमान बेनीवाल ने 3 संसदीय समितियों से दिया इस्तीफा, NDA का भी छोड़ सकते हैं साथ
Farmers Protest Latest Update: मोदी सरकार संसद के मानसून सत्र में तीन नए कृषि कानून लेकर आई थी। जिसका पंजाब-हरियाणा के किसान लगातार विरोध कर रहे हैं। साथ ही दिल्ली से लगती सीमाओं पर चार हफ्तों से उनका प्रदर्शन (Farmers Protest) भी जारी है। इस कानून की वजह से केंद्र में बीजेपी की सहयोगी पार्टियां भी खुलकर विरोध में सामने आ रही हैं। पहले अकाली दल ने एनडीए का साथ छोड़ा, तो वहीं अब राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने भी किसानों के समर्थन में कई संसदीय समितियों से इस्तीफा दे दिया है।
दरअसल हनुमान बेनीवाल शुरू से ही किसानों की मांगों का समर्थन करते आ रहे हैं। उन्होंने केंद्र सरकार के सामने कई बार किसानों के मुद्दे को हल करने की मांग उठाई, लेकिन ये मामला किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंचा। जिसके विरोध में शनिवार को हनुमान बेनीवाल ने तीन संसदीय समितियों से इस्तीफा दे दिया, वो अभी संसद की उद्योग संबंधी स्थायी समिति, याचिका समिति और पेट्रोलियम-गैस मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति के सदस्य थे। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज किसान आंदोलन के समर्थन और लोकहित के मुद्दों को लेकर संसद की 3 समितियों के सदस्य पद से त्याग पत्र लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला (Om Birla) को भेज दिया है।
वहीं दूसरी ओर अपनी पार्टी के तीन विधायकों के साथ जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए उन्होंने कहा कि वो 26 दिसंबर को राजस्थान के किसानों के साथ दिल्ली कूच करेंगे। इस दौरान वो किसानों के प्रति एकजुटता को दिखाएंगे। इसी दिन वो तय करेंगे कि एनडीए में उनकी पार्टी को रहना है या नहीं। बेनीवाल के मुताबिक केंद्र सरकार किसान आंदोलन को खत्म करने के मूड में है, इसलिए उनका मार्च जरूरी है, जिसमें दो लाख किसानों और युवाओं के शामिल होने की उम्मीद है।
किसान आंदोलन के समर्थन में मायावती-अखिलेश ने किया ट्वीट, कही यह बात