कृषि कानूनों पर BJP की नई मुश्किल, हनुमान बेनीवाल ने किसानों के साथ शुरू किया 'दिल्ली मार्च'
कृषि कानूनों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती हुई नजर आ रही हैं।
नई दिल्ली। कृषि कानूनों को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की मुश्किलें लगातार बढ़ती हुई नजर आ रही हैं। किसान संगठनों के अलावा अब एनडीए के घटक दलों ने भी कृषि कानूनों का विरोध शुरू कर दिया है। राजस्थान में एनडीए के सहयोगी और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने शनिवार को कृषि कानूनों का विरोध करते हुए दिल्ली तक एक विरोध मार्च शुरू कर दिया। हनुमान बेनीवाल ने कहा कि हजारों की संख्या में किसान कोटपुलती में जमा होंगे और इसके बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी। बेनीवाल ने कहा कि सरकार को एमएसपी बढ़ाते हुए किसानों की बात सुननी चाहिए।
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विरोध मार्च शुरू करते हुए हनुमान बेनीवाल ने कहा, 'आज दिल्ली मार्च का कार्यक्रम है। हजारों की संख्या में किसान कोटपुतली में सभा करेंगे और फिर तय होगा कि दिल्ली मार्च किस तरीके से करना है। ये आर-पार की लड़ाई होगी और राजस्थान का किसान भी देश के किसानों के साथ ही खड़ा है। पंचायत चुनाव की वजह से अभी तक हम केवल मीडिया के माध्यम से ही किसान आंदोलन को समर्थन दे रहे थे, लेकिन अब हम भी सड़क पर उतरेंगे। सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए, चाहे वो कृषि कानूनों में संशोधन को लेकर हो या फिर कानून वापस लेने के बारे में। सरकार को किसानों के हित में फैसले लेने चाहिएं, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू करनी चाहिए।'
किसानों
के
सम्मान
के
लिए
एनडीए
छोड़ने
को
भी
तैयार
हूं-
बेनीवाल
इससे
पहले
शुक्रवार
को
हनुमान
बेनीवाल
ने
कहा,
'मैंने
ट्विटर
पर
गृह
मंत्री
अमित
शाह
और
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
को
मैसेज
भेज
दिया
था
कि
उन्हें
किसानों
की
बात
सुननी
चाहिए।
अगर
समय
रहते
किसानों
के
आंदोलन
पर
गौर
नहीं
किया
गया
तो
यह
पूरे
देश
में
फैल
जाएगा।
किसानों
के
सम्मान
के
लिए
मैं
एनडीए
और
सांसद
का
पद
छोड़ने
के
लिए
भी
तैयार
हूं।'