डॉक्टरों को गोली मारने के बयान पर बोले केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर, मेरा गुस्सा सिर्फ एक सर्जन पर था
नई दिल्ली। अपने कार्यक्रम में नहीं आने पर डॉक्टरों को नक्सली बन जाने और उन्हें गोली मार देने की बात कहने वाले केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर ने अपने बयान को गलत तरह के पेश करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वो डॉक्टरों के प्रोफेशन के खिलाफ नहीं हैं, उनका गुस्सा एक सर्जन के खिलाफ था, जो कार्यक्रम में नहीं आए थे। उन्होंने कहा कि ऑर्गेनाइजर ही कार्यक्रम से गैरहाजिर था, जो कि उन्हें बुरा लगा। अहीर ने कहा कि उनके बयान को सभी डॉक्टरों के खिलाफ नहीं माना जाना चाहिए।
मेडिकल एसोसिएशन की भी सफाई
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन चंद्रपुर महाराष्ट्र ने भी मामले पर केंद्रीय मंत्री की तरफदारी करते हुए उनके बयान को गलत तरीके से पेश करने की बात कही है। एसोसिएशन ने कहा है कि अहीर का सभी सम्मान करते हैं, उन्होंने किसी डॉक्टर के खिलाफ कुछ नहीं कहा, उनका गुस्सा एक सिविल सर्जन के लिए था। उनके बयान को गलत तरह से मीडिया में चलाया गया।
ये बोले थे हंसराज अहीर
केंद्रीय मंत्री हंसराज अहीर सोमवार को महाराष्ट्र में एक अस्पताल का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे। इसी दौरान उन्हें पता चला कि अस्पताल के डॉक्टर छुट्टी पर हैं। जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली उन्होंने कहा कि अगर डॉक्टर लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते तो उन्हें नक्सलियों के साथ जुड़ जाना चाहिए, फिर हम उनको गोलियों से जवाब देंगे। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री ने कहा कि मैं लोकतांत्रिक तरीके से चुना गया मंत्री हूं। ये जानते हुए कि मैं आ रहा हूं, डॉक्टर्स छुट्टी पर क्यों चले गए?
चंद्रपुर से हैं सांसद
अहीर लोकसभा में चंद्रपुर से बीजेपी सांसद और केंद्र सरकार में गृह राज्य मंत्री हैं। उन्होंने कहा था कि गैरहाजिर डॉक्टर लोकतंत्र नहीं चाहते हैं, तब आपको नक्सल समूह में शामिल हो जाना चाहिए, हम आपको गोली मार देंगे, आप यहां क्यों गोलियां बांट कर रहे हैं।
डॉक्टरों के छुट्टी लेने पर भड़के केंद्रीय मंत्री, कहा- लोकतंत्र को नहीं मानते तो बन जाएं नक्सली