रीयल लाइफ के 'वीर' हामिद अंसारी, पाकिस्तान में अपनी 'जारा' से बिना मिले पहुंचे जेल, लगा जासूसी का आरोपी
Recommended Video
नई दिल्ली। 14 वर्ष पहले एक फिल्म आई थी 'वीर-जारा' जिसमें एक इंडियन एयरफोर्स ऑफिसर के लवस्टोरी को दिखाया गया है। उस फिल्म में वीर को पाकिस्तान में रह रही उसकी जारा और उसका कई मुश्किलों के बाद भी हासिल हो जाता है। वीर और जारा खुशी-खुशी वाघा बॉर्डर आते हैं और फिल्म की हैप्पी एंडिंग हो जाती है। 14 वर्ष बाद यही लव स्टोरी हकीकत बनती है। लेकिन रीयल लाइफ के वीर हामिद अंसारी को पाकिस्तान के पेशावर में रह रही अपनी जारा नहीं मिलती। मिलती है तो जेल और फिर वह अपनी जारा के बिना ही छह वर्ष बाद वाघा बॉर्डर आते हैं और उनकी लव स्टोरी अधूरी ही रह जाती है। यह भी पढ़ें-सुषमा स्वराज से मिलकर बोलीं हामिद अंसारी की मां, मेरा भारत महान
साल 2010 में शुरू हुई लव स्टोरी
मुंबई के वर्सोवा में हामिद अंसारी अपनी मां फौजिया और पिता नेहाल के साथ खुशी-खुशी रह रहे थे। इंजीनियरिंग के बाद हामिद ने एमबीए की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद वह अफगानिस्तान के छात्रों के लिए मैनेजमेंट के टीचर के तौर पर एक इंस्टीट्यूट में काम करने लगे। हामिद की मां एक स्कूल में पढ़ाती हैं और पिता एक बैंकर हैं। फौजिया ने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में बताया था कि चार नवंबर 2012 को हामिद अपने घर से यह कहकर काबुल के लिए निकले थे कि उन्हें अफगानिस्तान में एयरपोर्ट मैनेजर की जॉब मिली है। हामिद के माता-पिता को मालूम था कि अफगानिस्तान में खतरा है और उन्होंने अपने बेटे को इसके लिए आगाह किया। लेकिन हामिद नहीं रुके। अंसारी कुछ दिनों तक अपने माता-पिता से फोन पर बात करते मगर कुछ समय के बाद उनके फोन आने बंद हो गए। वह लापता हो गए थे और मां-बाप को इस बात का आभास हो गया था कि बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। हामिद की मां ने एक वेबसाइट क्विंट को दिए इंटरव्यू में बताया कि बेटे के गायब होने के बाद उन्होंने उनका फेसबुक अकाउंट खंगाला। हामिद के ई-मेल भी उन्होंने चेक किए। उन्हें तब जाकर पता लगा कि दो वर्षों से उनका बेटा पाकिस्तान की लड़की से चैटिंग करता था और ऐसा लग रहा था कि दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं।
काबुल से पेशावर पहुंचे हामिद
लड़की की बहन को इस अफेयर का पता लग गया और उसने अपने घर में सबकुछ बता दिया। हामिद को लड़की ने फेसबुक पर बताया कि जल्द ही उसकी शादी होने वाली है और उसने हामिद से कहा कि वह उसकी जान बचा ले क्योंकि वह यह शादी नहीं करना चाहती है। अंसारी ने यहां से प्लान बनाना शुरू किया। यह लड़की पेशावर के कोहट के रहने वाली थी। हामिद अपनी महबूबा से कोई कॉन्टैक्ट नहीं कर पा रहे थे। फिर उन्होंने यहां रहने वाली एक और लड़की का पता लगाया। हामिद ने इस दूसरी लड़की से कहा कि वह उन्हें बताए कि उनकी गर्लफ्रेंड के घर पर क्या हो रहा है। ऐसा हो नहीं पाया और फिर हामिद ने खुद ही पेशावर जाने का प्लान बनाया। अपने कुछ दोस्तों की सलाह पर हामिद ने ऑनलाइन काबुल का टिकट बुक किया। यहां से वह पाकिस्तान में दाखिल हुए। हामिद को यह बताया गया था कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर कोई खास सिक्योरिटी चेक नहीं होता है। यही नहीं दोस्तों ने उन्हें इस बात का भरोसा भी दिलाया कि उनके लिए फेक पाकिस्तानी आईडी का भी इंतजाम कर दिया जाएगा।
52 बार पाकिस्तान से हुआ अनुरोध
हामिद, कोहट पहुंचने में सफल हुए लेकिन एक दिन बाद ही गायब हो गए। वेबसाइट स्क्रॉल के मुताबिक हामिद ने कोहट के एक होटल में गलत नाम के साथ चेक इन किया। चेक-इन करने के कुछ ही घंटे बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पाकिस्तान की जर्नलिस्ट जीनत ने इस बात की जानकारी फौजिया को दी थी। जीनत इस केस के बारे में रिपोर्टिंग कर रही थीं और कुछ समय बाद उन्हें किडनैप कर लिया गया था। 26 वर्ष की जीनत पाकिस्तान के डेली नई खबर और मेट्रो न्यूज चैनल के लिए काम करती थीं। 19 अगस्त 2015 को वह गायब हो गई थीं। हामिद को काउंसलर एक्सेस दिलाने के लिए भारत की तरफ से 52 बार पाकिस्तान से अनुरोध किया गया था। हर बार पाकिस्तान ने भारत के अनुरोध को मानने से इनकार कर दिया। अंसारी के माता-पिता को 14 माह बाद इस बात का पता लगा था कि उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिर उन्हें पाकिस्तान के मशहूर वकील काजी मुहम्मद अनवर के बारे में पता लगा। अनवर ने पेशावर हाई कोर्ट में हामिद के लिए केस लड़ा और आज हामिद अपने वतन वापस लौट चुके हैं।