फरवरी 2021 तक भारत की आधी आबादी कोरोनावायरस से संक्रमित हो सकती हैः रिपोर्ट
नई दिल्ली। भारत सरकार द्वारा गठित एक सरकारी समिति का अनुमान है कि फरवरी 2021 तक भारत के 130 करोड़ आबादी में से आधे लोगों के जानलेवा कोरोनावायरस से संक्रमित होने की संभावना है। जी हां, यह सुनने में डरावना तो है, लेकिन सरकारी समिति के सदस्य और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल के मुताबिक यह कोरोनावायरस के प्रसार को धीमा कर देगा, जो कि सुखद स्थिति को भी इंगित करता है।
OMG! चीन में फूड पैकेट पर जिंदा मिला कोरोनावायरस, दुनिया ने पहली बार देखा जानलेवा वायरस
सोमवार तक भारत में संक्रमितों का आंकड़ा 75.5 लाख तक पहुंच चुका है
गौरतलब है सोमवार तक भारत ने कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 75.5 लाख पहुंच चुका है। इस तरह कुल संक्रमणों के मामले में भारत अब केवल संयुक्त राज्य अमेरिका से पीछे है। हालांकि सितंबर के मध्य में एक शिखर छूने के बाद भारत में नए मामलों की संख्या में गिरावट दर्ज होनी शुरू हो गई है। वर्तमान में देश में हर दिन औसतन 61,000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं।
वर्तमान में लगभग 30 फीसदी आबादी कोरोनावायरस से संक्रमित है: पैनल
मणींद्र अग्रवाल ने रायटर को बताया कि हमारे गणितीय मॉडल का अनुमान है कि वर्तमान में लगभग 30 फीसदी आबादी कोरोनावायरस से संक्रमित है और फरवरी, 2021 तक यह आंकड़ा 50 फीसदी तक जा सकती है। वहीं, केंद्र सरकार के शून्य सर्वेक्षण में भी दावा किया गया है कि सितंबर तक लगभग 14 फीसदी भारतीय जनसंख्या कोरोना संक्रमित से संक्रमित हो चुकी थी।
सीरो सर्वे आबादी के आकार के कारण सही माप नहीं दे सकते हैं
अग्रवाल के अनुसार सीरोलॉजिकल सर्वे शायद आबादी के आकार के कारण मामलों का सही माप नहीं हो सकते हैं। यही कारण है कि सरकार द्वारा नियुक्त 10-सदस्यीय वायरोलॉजी की एक पैनल ने 'भारत में कोरोना महामारी की प्रगति: प्रोग्नोसिस और लॉकडाउन इम्पैक्ट्स" नामक एक अध्ययन किया, जिसमें एक सर्वेक्षण पर भरोसा करने के बजाय गणितीय मॉडल का उपयोग किया गया था। उनके मॉडल में काफी हद तक बिना रिपोर्ट हुए संक्रमण को जगह दी गई है।
नया मॉडल स्पष्ट रूप से अप्रमाणित मामलों को ध्यान में रखता है: अग्रवाल
बकौल मानिंद अग्रवाल, हमने एक नया मॉडल विकसित किया है, जो स्पष्ट रूप से अप्रमाणित मामलों को ध्यान में रखता है, इसलिए हम संक्रमित लोगों को दो श्रेणियों में विभाजित कर सकते हैं। पहला, रिपोर्ट किए गए मामले और दूसरा संक्रमण, जिसे रिपोर्ट नहीं करते हैं।
उपायों की अनदेखी की तो एक महीने में 26 लाख संक्रमण बढ़ सकते हैं
समिति ने चेतावनी दी है कि अगर बुनियादी हैंड वाश और हाइजीन सहित कोरोना के खिलाफ सावधानियों का पालन नहीं किया गया तो इन अनुमानों को पार किया जा सकता है। उनके अनुमानों के अनुसार अगर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसे उपायों की अनदेखी की जाती है, तो एक महीने में 26 लाख संक्रमण बढ़ सकते हैं।