तेजस और सुखोई से जुड़ी जानकारियां हैक कर सकते हैं दुश्मन!
बेंगलुरु। ऐसा लगता है कि अब भारत के साथ हैकर्स सीधे-सीधे युद्ध पर उतर आए हैं मंगलवार को जहां गोवा सरकार की एक नहीं दो नहीं बल्कि छह वेबसाइट्स हैक करने की खबर आई तो इससे पहले हैकर्स एचएएल की वेबसाइट में सेंध लगा चुके थे। हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी (एचएएल) पर देश के लिए जरूरी फाइटर जेट्स का निर्माण और उनके अपग्रेडेशन की जिम्मेदारी है।
आपको बता दें कि मिग-29 के अपग्रेडेशन के साथ ही एडवांस जेट सुखोई के उत्पादन और भारत के पहले लाइट कॉम्बेट जेट तेजस के उत्पादन का काम फिलहाल एचएएल की देखरेख में ही चल रहा है। अब हैकिंग की यह खबर वाकई चिंता में डालने वाली है।
बड़ी राहत लेकिन
मंगलवार को एचएएल की ओर से इस बात की जानकारी दी गई कि सोमवार को राष्ट्रीय मीडिया के कुछ सदस्यों को एचएएल के कॉरपोरेट कम्यूनिकेशन डिपार्टमेंट से एक र्इ-मेल हासिल हुआ है। इस मेल में ज्यादा कुछ नहीं लिखा था बस सिर्फ एक लाइन का मैसेज लिखा हुआ था।
इस मेल के भेजे जाने के बाद से ही साइट में कुछ प्रॉब्लम आ गई और साइट एक्सेस ही नहीं हो पाई। तब अधिकारियों को इस बात का अहसास हुआ कि साइट हैक हो चुकी है।
मीडिया के लिए जीमेल का प्रयोग करता है एचएएल
हालांकि एचएएल के लिए बड़ी राहत की बात यह है कि जो भी मेल आईडी हैक किए गए, उनके जरिए कभी भी किसी गोपनीय सूचनाओं का आदान प्रदान नहीं किया गया था। जो ईमेल आईडी हैक हुआ वह [email protected]. था। एचएएल की ओर से बताया गया है, 'इस मेल आईडी का प्रयोग हमनें कभी भी मीडिया के साथ कम्यूनिकेट करते हुए गोपनीय सूचनाएं साझा नहीं कीं। हम अपनी आधिकारिक आईडी के जरिए ही सारे कम्यूनिकेशन करते हैं। मीडिया की सुविधा को देखते हुए ही हमने जीमेल आईडी बनाया था क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जीमेल के जरिए बड़ी फाइलों को आसानी से भेजा जा सकता है।'
फिलहाल एचएएल की ओर से सभी साइबर सिक्योरिटी के उपायों को अपनाकर इस अकाउंट को सिक्योर कर लिया। इसके साथ ही कर्नाटक पुलिस की साइबर सेल के पास भी एक शिकायत दर्ज करा दी गई है। जो ईमेल आईडी हैक हुआ है उसमें लोकल मीडिया के साथ ही साथ नेशनल और इंटरनेशनल मीडिया से जुड़े पत्रकारों के अलावा उन मीडिया हाउस के मेल आईडी थे जो डिफेंस और एरोस्पेस कवर करते हैं।