एचडी देवगौड़ा: बीजेपी ने जेडीएस को साथ लाने के लिए दिया था भारी धनराशि का प्रस्ताव, कुमारस्वामी ने ठुकराया
नई दिल्ली: कनार्टक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार ने नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार पर बदले की कार्रवाई करने के आरोप लगाए हैं। गुरुवार को आयकर विभाग के अधिकारियों ने लघु सिंचाई मंत्री सीएससीएस पुत्तुराजा के आवास और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की। इसके बाद राज्य में राजनीतिक भूचाल आ गया है। सूबे के सीएम कुमारस्वामी ने कहा कि ये छापेमारी प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के निर्देशों पर हो रही हैं। इसी बीच पूर्व प्रधानंत्री एच डी देवगौड़ा ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जेडीएस को अपने पाले में मिलाने के लिए बड़ी रकम की पेशकश की थी।
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'बीजेपी ने साथ आने के लिए बड़ी रकम का दिया प्रस्ताव'
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक जेडीएस के संस्थापक एचडी देवगौड़ा ने दावा किया कि बीजेपी ने कुमारस्वामी को उनके साथ मिलकर सरकार बनाने के लिए राजी करने की कोशिश थी। चुनावों से पहले जेडीएस के सामने उन्होंने रुपयों का प्रस्ताव रखा। उन्होंने मुंबई में इसे दिए जाने का प्रस्ताव रखा। लेकिन कुमारस्वामी ने इसे ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि साल 2018 में चुनावसे पहले या चुनाव बाद साथ आने के लिए ये पेशकश की थी।
अमित शाह को भी घसीटा
एचडी देवगौड़ा ने इस मामले में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भी घसीटा। उन्होंने ब्रोकर के जरिए दोनों पार्टियों के बीच ये डील कराने की कोशिश की थी। उन्होंने आगे कहा कि मैं ये बयान बहुत जिम्मेदारी के साथ दे रहा हूं। अमित शाह भी दिल्ली में मेरे आंगन में मिलना चाहते थे। उन्होंने आगे बताया कि मैंने मिलेने से इनकार कर दिया था। उन्होंने इस मामले को आज की छापेमारी से जोड़ा। इसलिए वो हसन और मंड्या को निशाना बना रहे हैं। दो महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्रों को चुना गया है। जांच चल रही है। ये कहां जाकर रुकेंगे। पीडब्ल्यूडी कार्यालय की तलाशी ली जा रही है। कैसे एलओसी जारी की गई, किस ठेकेदार को कितना एलओसी मिला।
धरने पर बैठे सीएम कुमारस्वामी
कर्नाटक में गुरुवार को हुई छापेमारी का कांग्रेस और जेडीएस विरोध कर रहे हैं। दोनों पार्टियों के सीनियर नेताओं ने मंत्री पु्त्तुरजा के आवास में हुई छापेमारी का विरोध किया। कुमारस्वामी अपने समर्थकों के साथ इसके विरोध में धरने पर बैठ गए। कल उन्होंने कहा था कि छापेमारी होने पर उनके पास पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के रास्ते पर चलने का ही विकल्प होगा। ममता भी फरवरी के महीने में सीबीआई और कोलकाता के पुलिस आयुक्त के बीच विवाद के बाद धरने पर बैठी थी।