गुरुग्राम अटैक: मुस्लिम परिवार पर हमला करने वाले 19 साल के मुख्य आरोपी की पूरी 'कुंडली'
नई दिल्ली। गुरुवार को पूरा देश होली मना रहा था तो राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम में कुछ दबंग एक मुस्लिम परिवार को घेरकर बुरी तरह पीट रहे थे। क्रिकेट मैच को लेकर शुरू हुआ विवाद देखते ही देखते बढ़ गया और 35-40 लोगों ने एक मुस्लिम परिवार के घर पर हमला बोल दिया था। अब गुरुग्राम का ये मुस्लिम परिवार घसोला गांव छोड़ने की तैयारी कर रहा है। ये परिवार गुरुग्राम में करीब 15 सालों से रह रहा है। इस मामले में मुख्य आरोपी 19 साल का महेश कुमार है जो विवाद के बाद परिवार पर हमला करने के लिए दोबारा लौटा था, इसे 22 मार्च को पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
अधिकतर गुर्जरों से भरा है आरोपी का गांव
महेश कुमार का गांव नया गांव, अधिकतर गुर्जरों से भरा है। महेश के साथ इस हिंसा में शामिल अन्य लोग भी उसी समुदाय के थे। अपने परिवार में सबसे छोटा महेश अपनी 55 साल की मां, पत्नी और दो बेटों के साथ रहता है। महेश के पिता के देहांत के बाद परिवार को बड़ा झटका लगा। गुरुग्राम हिंसा में आरोपी महेश की मां ने कहा कि इन दिनों परिवार को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
हिंंसा में महेश का साथ देने वाले अधिकतर दिहाड़ी-मजदूर
मां ने बताया कि यहां कोई काम नहीं है। वह अन्य लोगों के खेतों में घास काटने जाती है जबकि महेश एक ऑटो-रिक्शा चलाता था। ऑटो-रिक्शा चलाने के पहले महेश दिहाड़ी-मजदूरी का काम करता था। मां ने बताया कि जब वह 8वीं में था, उसके बाद पढ़ाई छोड़ दी। उनके गांव में कोई हाईस्कूल नहीं है और 7 किमी दूर बादशाहनगर में एक स्कूल है। उसी तरह हिंसा में महेश का साथ देने वाले भी अधिकतर दिहाड़ी-मजदूर हैं।
धमकी के बाद मुस्लिम परिवार गांव छोड़ने की तैयारी में
जब महेश और उसके साथियों द्वारा मुस्लिम परिवार पर हमले के बारे में पूछा गया, तो ग्रामीणों और उसके परिवार ने महेश के समर्थन में आवाज उठाई। हालांंकि उन्होंने ये माना कि महेश ने मुस्लिम परिवार पर हमला किया था लेकिन उनको लगता है कि मुस्लिमों द्वारा मामले को अलग रंग दिया जा रहा है। बता दें कि होली के दिन हुई इस घटना को लेकर सियासत गरमा गई थी। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को हिटलर करार दिया। साथ ही बीजेपी को को लुच्चे, लफ़ंगे, गुंडों की फ़ौज कहा और पूछा कि हमारे कौन से ग्रंथ में लिखा है मुसलमानों को मारो।