गुर्जर आंदोलन: सरकार से बातचीत फिर रही बेनतीजा, रेलवे ट्रैक पर कब्जा जमाए हैं प्रदर्शनकारी
नई दिल्ली: राजस्थान के भरतपुर जिले में गुर्जरों का आंदोलन जारी है। आरक्षण की मांग को लेकर गुर्जर अभी भी रेलवे ट्रैक पर बैठे हैं। ठंड से बचने के लिए बकायदा उन्होंने ट्रैक के पास तंबू भी लगा लिया है। इस बीच गुर्जरों ने साफ चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांग नहीं पूरी होती तब तक वो आंदोलन नहीं खत्म करेंगे। साथ ही वो प्रदेश में चक्का जाम करने की योजना बना रहे हैं।
वहीं भरतपुर के पीलूपुरा में सरकार और आंदोलनकारियों के बीच हुई वार्ता बेनतीजा रही। गुर्जर नेता विजय बैंसला के मुताबिक जब तक मांगे नहीं पूरी होती वो रेलवे ट्रैक पर बैठे रहेंगे। साथ ही अब वो आंदोलन राजस्थान की हर गली हर मार्ग तक ले जाएंगे। इसके साथ ही प्रदेशभर में चक्का जाम किया जाएगा। अगर आंदोलन महीनों चलेगा तो वो इसे चलाएंगे। वहीं वार्ता के लिए पहुंचे आईएएस अधिकारी नीरज के पवन के आश्वासन पर उन्होंने कहा कि उनको सरकार के आश्वसन पर भरोसा नहीं है, वर्षों से उनकी मांग है उस पर सरकार आदेश जारी करे।
दो
धड़े
में
बंटे
हैं
गुर्जर
वहीं
इस
आंदोलन
में
गुर्जर
दो
गुटों
में
बंटे
हैं।
शनिवार
को
गुर्जर
नेताओं
के
प्रतिनिधिमंडल
ने
राज्य
सरकार
के
प्रतिनिधियों
से
बात
की
थी।
इस
दौरान
14
बिंदुओं
पर
सहमति
बनी।
बैठक
को
गुर्जर
नेता
हिम्मत
सिंह
ने
सकारात्मक
बताया
था।
साथ
ही
कहा
था
कि
सरकार
उनकी
मांगों
को
पूरा
कर
देगी,
ऐसे
में
आंदोलन
की
जरूरत
नहीं
है।
वहीं
दूसरी
ओर
गुर्जर
आंदोलन
की
हर
बार
अगुवाई
करने
वाले
कर्नल
किरोड़ी
सिंह
बैंसला
इसमें
शामिल
नहीं
हुए।
जिस
वजह
से
दूसरा
गुट
आंदोलन
कर
रहा
है।
72
लोगों
की
हो
चुकी
है
मौत
आपको
बात
दें
कि
बीते
14
साल
से
राजस्थान
में
गुर्जर
आरक्षण
को
लेकर
आंदोलनरत
हैं।
छह
बार
बड़े
स्तर
पर
आंदोलन
कर
चुके
हैं।
जिसमें
72
लोगों
की
मौत
भी
हुई
है,
लेकिन
गुर्जरों
का
मानना
है
कि
अभी
तक
उनकी
मांग
पूरी
नहीं
हुई
है।
अब
ये
उनका
सातवां
आंदोलन
है।