गुजरात की किताबों में पढ़ाया जा रहा है, 'सीता का अपहरण रावण ने नहीं, राम ने किया था'
नई दिल्ली: सीता का अपहरण किसने किया? इसका जवाब शायद हर बच्चे को पता होगा। लेकिन गुजरात बोर्ड के क्लास 12 की संस्कृत टेक्स्टबुक में जो लिखा है, वो आपको गलत साबित कर सकता है। गुजरात बोर्ड की 12वीं की संस्कृत की किताब में बताया गया है कि सीता का अपहरण रावण ने नहीं भगवान राम ने किया था।
दरअसल, गुजरात में संस्कृत भाषा से जुड़ी एक किताब में बच्चे रामायण की अलग ही कहानी पढ़ रहे हैं। गुजरात बोर्ड की 12वीं कक्षा के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है कि रावण ने नहीं बल्कि भगवान ने सीता का अपहरण किया था।
'इंट्रोडक्शन टू संस्कृत लैंग्वेज' में है जिक्र
यह हैरान करने वाली जानकारी गुजरात बोर्ड की 12वीं की संस्कृत की किताब में पढ़ाई जा रही है और इसका जिक्र 'इंट्रोडक्शन टू संस्कृत लैंग्वेज' नामक किताब के 106 नंबर पेज पर मौजूद है। खबरों के मुताबिक यह गलती सिर्फ अंग्रेजी माध्यम की किताबों में है।
अंग्रेजी माध्यम की किताबों में गलती
महान कवि कालीदास की रचना 'रघुवंशनम' पर आधारित पाठ में गुजराती किताबों में यह गलती नहीं है। उसमें यह पैराग्राफ सही लिखा गया है। गुजरात स्टेट बोर्ड के कार्याकारी अध्यक्ष नितिन पेथाणी ने पहले इसकी जानकारी होने से इनकार कर दिया लेकिन बाद में इसे अनुवाद की गड़बड़ी बताया, जिसमें Ravana (रावण) की जगह Rama (राम) लिखा गया।
संस्कृत के रिटायर प्रोफेसर वसंत क्या कहते हैं
नितिन पेथाणी ने कहा कि गुजराती टेक्स्टबुक में ऐसी गलती नहीं है। वहीं संस्कृत के रिटायर प्रोफेसर वसंत का कहना है कि हर कौन नहीं जानता कि सीता का अपहरण रावण ने किया था और इसका जिक्र 'रघुवंशनम' में भी किया गया है। इस पैराग्राफ में राम के चरित्र का बेहद खूबसूरती से चित्रण किया गया है। लक्ष्मण के उस संदेश को दिल छू लेने वाले अंदाज में पेश किया गया है, जिसमें वह राम (Ram) को 'राम' (Rama) द्वारा सीता के अपहरण के बारे में बताते हैं।' यहीं पर गलती हो गई है।