नगर निगम ने इस शहर में लगाया गोलगप्पे की बिक्री पर बैन, जानिए वजह
वडोदरा। गोलगप्पे (पानीपूरी) का नाम सुनकर शायद ही कोई होगा जिसके मुंह में पानी नहीं आ जाए। अपने खास स्वाद की वजह से इसे हर कोई पसंद करता है। लेकिन आपको जानकर ताज्जुब होगा कि एक शहर में गोलगप्पे पर बैन लगा दिया गया है। ये शहर है गुजरात का वडोदरा, जहां नगर निगम ने गोलगप्पे यानी पानीपूरी की बिक्री पर पाबंदी लगा दी है। इतना ही नहीं निगम की ओर से शहर में जांच अभियान भी चलाया जा रहा है, जिससे कोई भी गोलगप्पे की चोरी-छिपे बिक्री नहीं कर सके। आखिर निगम की ओर से ये कदम क्यों उठाया गया, बताते हैं आगे...
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वडोदरा में गोलगप्पे की बिक्री पर लगा बैन
वडोदरा में गोलगप्पे (पानीपूरी) पर बैन के पीछे वजह है इसको बनाने का तरीका। नगर निगम के मुताबिक गोलगप्पे में इस्तेमाल होने वाले पानी को जिस अनहाइजेनिक तरीके से बनाया जाता है, ये स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता। खास तौर से मॉनसून के दौरान इसे खाने से लोग बीमार हो सकते हैं। उन्हें टाइफाइड, जॉन्डिस और फूड पॉयजनिंग जैसी बीमारियां हो सकती हैं। यही वजह है कि निगम की ओर से इसकी बिक्री पर बैन लगा दिया गया।
सफाई के मद्देनजर नगर निगम ने उठाया कदम
नगर निगम की ओर से बताया कि गोलगप्पे की बिक्री करने वाले कई दुकानदारों के यहां जांच की गई, इसमें पता चला कि इसके निर्माण में सफाई का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखा गया। जिसके बाद निगम ने ये फैसला लिया। इतना ही नहीं बैन के फैसले के बाद वडोदरा नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कई इलाकों छापेमारी भी की।
मॉनसून के मौसम में बीमारियों की आशंका के चलते कार्रवाई
जांच टीम ने करीब 50 गोलगप्पे निर्माण करने वालों के यहां छापेमारी की। इस दौरान प्रशासन ने 4 हजार किलोग्राम पानीपूरी, साढ़े तीन हजार किलोग्राम आलू और काबुली चना और 1200 लीटर गोलगप्पे का पानी बरामद किया। जिसे बाद में सड़क पर गिरा दिया गया।
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