अनशन के आठवें दिन हार्दिक पटेल की तबीयत बिगड़ी, दो दिन बाद पिया पानी
अहमदाबाद। आमरण अनशन पर बैठे पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के नेता हार्दिक पटेल की हालत आठवें दिन और बिगड़ गई है। पिछले दो दिनों से पानी नहीं पी रहे हार्दिक को शनिवार को साधुओं ने पानी पिलाया। बताया जा रहा है कि हार्दिक का वजन पिछले आठ दिनों सात किलो तक कम हो गया है। सूत्रों के मुताबिक, गुजरात सरकार हार्दिक पटेल को बहुत जल्द हॉस्पिटल में शिफ्ट करने पर विचार कर रही है। हार्दिक की सेहत में गिरावट आने की वजह से राज्य में हिंसा भड़कने की आशंका है। राज्य सरकार पहले ही धारा 144 लागू कर चुकी है। हार्दिक से मिलने जाने वालों को पूरी तरह से जांच के बाद अंदर जाने दिया जा रहा है।
रो पड़े हार्दिक
किसानों की ऋण माफी, पाटीदार-आरक्षण और राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किए गए साथी अल्पेश कथिरिया की रिहाई की मांग को लेकर 25 अगस्त से ग्रीनवुड रिसार्ट स्थित अपने आवास में अनशन पर बैठे हार्दिक पटेल ने दो दिन पहले जल भी त्याग दिया था। उनकी तबियत बिगड़ने के बाद गढड़ा स्वामीनारायण मंदिर के प्रमुख एसपी स्वामी ने कल शाम हार्दिक से पानी पीने का आग्रह किया था। उस समय हार्दिक रो पड़े और इस पर विचार करने का समय मांगा। लेकिन शनिवार को हार्दिक ने स्वामी के हाथों पानी पीया। स्वामी ने बताया कि हार्दिक ने पानी पीने का आग्रह तो मान लिया है लेकिन किसानों की कर्ज माफी की घोषणा होने तक वह अन्न ग्रहण नहीं करेंगे।
हार्दिक के शरीर में बढ़ी एसीटोन की मात्रा
डॉक्टरों की एक टीम हार्दिक के स्वस्थ्य पर नजर रख रही है। हार्दिक के निजी चिकित्सक अभयराज सिंह ने बताया कि, पानी पीने से उनको कुछ राहत मिली है, लेकिन स्वास्थ्य में कुछ साख सुधार नहीं हुआ है। उनके रक्त में एसीटोन की मात्रा बढ़ती जा रही है, जो उनकी किडनी और शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित करेगी। डॉक्टर नम्रता वडोदरिया ने कहा कि हार्दिक का हिमोडाइनेमिकली स्टेबल है, ऑक्सीजन नॉर्मल है।
मुलाकात के लिए पहुंच रहे हैं विभिन्न दलों के नेता
उपवास आंदोलन के आठवें दिन गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावडा एवं उनकी टीम के राज्यसभा के सभ्य अमीबेन याज्ञनिक और प्रदेश के विधायक उपवास छावनी हार्दिक से मिलने पहुंचे। हार्दिक ने बताया कि, किसानों की क़र्ज़ा माफ़ी एवं आरक्षण की माँग को कांग्रेस ने पूरा समर्थन किया है। इसके अलावा कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदनभाई मिस्त्री उपवास छावनी पहुंचे।
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