गुजरात: मंत्रालय पर मचा घमासान, मांग नहीं मानी तो इस्तीफा दे सकते हैं डिप्टी CM नितिन पटेल
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नई दिल्ली। गुजरात में हाल ही बनी नई रुपाणी सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी में मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है। डिप्टी सीएम नितिन पटेल पिछली सरकार में मिले मंत्रालय छिनने से नाराज चल रहे हैं। सीएम रुपाणी उन्हें मनाने में जुटे हुए हैं। पिछली सरकार में उनके पास वित्त, शहरी विकास, उद्योग और राजस्व मंत्रालय था लेकिन इस बार वित्त मंत्रालय सौरभ पटेल को दे दिया गया जिससे नाराज उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने अब तक अपना कार्यभार नहीं संभाला है।
समझौता करने के मूड में नहीं नितिन पटेल
नितिन पटेल गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में भी देर पहुंचे थे। नितिन पटेल इस बार समझौता करने के मूड में नहीं हैं। नितिन पटेल वित्त टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक नितिन पटेल ने कहा था कि अगर आलाकमान उनकी मांग नहीं मानती है तो वह यह कहते हुए इस्तीफा दे देंगे कि उनके आत्म सम्मान को ठेस पहुंची है।
नितिन पटेल को दिए गए थे ये मंत्रालय
मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने अपने पास गृह, बंदरगाह एवं खदान, शहरी विकास, पेट्रोलियम, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और सूचना एवं प्रसारण और सामान्य प्रशासन सहित कई विभाग रखे हैं। वहीं उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल को सड़क एवं निर्माण, स्वास्थ्य, मेडिकल शिक्षा, नर्मदा, कल्पसार एवं कैपिटल परियोजना जैसे विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौरभ पटेल को दी गई है।
विधायकों का एक धड़ा भी चल रहा है नाराज
इसके अलावा वडोदरा के विधायक राजेन्द्र त्रिवेदी भी पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं इस वजह है वडोदरा से किसी भी विधायक का कैबिनेट में शामिल नहीं किया जाना। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक भड़के राजेन्द्र त्रिवेदी ने 10 विधायकों के साथ पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। वहीं साउथ गुजरात के भाजपा विधायक भी सरकार में इस रीजन से मंत्री न बनाए जाने से नाराज चल रहे हैं।