गुजरात चुनाव में कांग्रेस का युवा चेहरा है ये 'मॉडल', लंदन में की है पढ़ाई
नई दिल्ली। कांग्रेस ने गुजरात की मणिनगर विधानसभा से 34 वर्षीय, श्वेता ब्रह्मभट्ट को चुनावी मैदान में उतारा है। रविवार देर शाम जब कांग्रेस ने श्वेता ब्रह्मभट्ट के नाम की घोषणा की तो पार्टी में इसे लेकर मिली जुली प्रतिक्रिया रही। कई कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने तो सोमवार को श्वेता ब्रह्मभट्ट को टिकट दिए जाने का विरोध भी किया। लेकिन श्वेता इन सब विवादों से दूर 14 दिसंबर को होने वाले चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार, सुरेश पटेल को हराने की तैयारियों में जुटी हुईं हैं। श्वेता ब्रह्मभट्ट को देखकर अक्सर लोग उन्हें मॉडल समझ लेते हैं लेकिन श्वेता इससे इत्तेफाक नहीं रखतीं।
पिता भी कांग्रेसी
श्वेता ब्रह्मभट्ट, के पिता नरेंद्र ब्रह्मभट्ट भी कांग्रेस से जुड़े रहे हैं। नरेंद्र ब्रह्मभट्ट ने साल 2000 में कांग्रेस के टिकट पर म्युनसिंपल कार्पोरेशन का चुनाव भी लड़ा था। श्वेता ने बताया कि उन्हें सार्वजनिक जीवन में उतरने की प्रेरणा उनके पिता से ही मिली। श्वेता शुरू से बिजनेस की दुनिया में जाना चाहतीं थीं। इसके लिए उन्होंने बीबीए (BBA) की डिग्री ली थी। आगे की पढ़ाई करने लंदन के यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिनिस्टर चली गईं। पढ़ाई खत्म होने के बाद श्वेता ने एचएसबीसी बैंक में बतौर इनवेस्टमेंट बैंकर काम भी किया। इसके बाद श्वेता नौकरी छोड़कर आईआईएम बैंगलोर से पोलिटिकल लीडरशिप की पढ़ाई करने चली गईं। श्वेता ने बताया कि इस कोर्स के दौरान ही इनकी कांग्रेस नेताओं से मुलाकात हुई थी।
लोन के लिए मंत्रालय के लगाए चक्कर
श्वेता ब्रह्मभट्ट ने बताया कि उन्हें 2012 विधानसभा चुनाव के दौरान ही लड़ने का मौका मिला था लेकिन उन्होंने मना कर दिया। श्वेता ने बताया, 'महिला उद्यमियों के लिए सांणद इंडस्ट्रियल ईकाई में बना एक प्लाट उन्हें मिला गया जहां मैं आइसक्रीम प्लांट लगाना चाहती थी। इसी दौरान मेरा जमीनी हकीकतों से सामना हुआ।' श्वेता ने बताया कि स्टैंडअप इंडिया के तहत महिला उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए बने कई योजनाओं के बावदूज उन्हें लोन की मंजूरी के लिए मंत्रालयों के चक्कर काटने पड़े। श्वेता ने बताया कि वो इन सबको छोड़कर विदेश में जाकर विजनेस कर सकती थीं लेकिन उन्होंने यहीं रहकर हालात से लड़ने का विकल्प चुना। इसी बीच कांग्रेस पार्टी ने उनसे संपर्क साधा।
'राजनीति के नाम पर न गिरें नीचे'
मणिनगर विधानसभा दशकों से भाजपा का गढ़ रहा है। लेकिन श्वेता इससे इत्तेफाक नहीं रखती हैं। श्वेता का कहना है, 'इश विधानसभा के 75 प्रतिशत वोटर 40 वर्ष से कम उम्र वाले और महिलाएं हैं। युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण पर मेरा सबसे ज्यादा ध्यान है।' श्वेता ने आगे कहा, 'मेरा एक ही मुद्दा है कि हम राजनीति के नाम पर बहुत ही नीचे गिर रहे हैं। लोग नेताओं का अनसरण करते हैं ऐसे में नेताओं को उनके सामने अच्छी मिसाल पेश करनी चाहिए। मतभेदों को जगह दी जानी चाहिए। मैं कांग्रेस पार्टी में इसीलिए शामिल हुई क्योंकि मैं लोकतंत्र, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता की विचारधारा को मानती हूं।'
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