गुजरात: राज्यसभा की दो सीटों के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा-कांग्रेस में टक्कर
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और स्मृति ईरानी के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद गुजरात की दो राज्यसभा सीटें खाली हुई हैं, जिसपर आज उपचुनाव हो रहा है, जिसपर वोटिंग भी शुरू हो चुकी है। माना जा रहा है कि दोनों ही सीटों पर भारतीय जनता पार्टी जीत दर्ज करेगी, दोनों ही सीटों अलग-अलग चुनाव कराया जाएगा। दरअसल चुनाव आयोग ने दोनों ही सीटों पर अलग-अलग मतदान कराने का नोटिफिकेशन जारी किया था। बता दें कि अमित शाह गांधीनगर सीट से लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की है तो स्मृति ईरानी ने अमेठी से जीत दर्ज की है।
गुजरात में विधानसभा में अधिकतम 182 हो सकते हैं, जिसमे से 175 विधायक इस उपचुनाव में हिस्सा ले सकते हैं। यहां भाजपा के पास कुल 100 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास 71 विधायक हैं। वहीं दोनों दलों के अलावा जो विधायक वोट दे सकते हैं उसमे से दो भारतीय ट्राइबल पार्टी के और एक एनसीपी व एक निर्दलीय विधायक हैं। चूंकि दोनों ही सीटों पर अलग-अलग मतदान होना है, लिहाजा दोनों ही सीटों पर उम्मीदवार को कम से कम 50 विधायकों का समर्थन होना चाहिए।
तीन विधायक नहीं कर सकते हैं वोट
चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार तीन विधायक इस उपचुनाव में अपना वोट नहीं कर सकते हैं, क्योंकि उन्हें अलग-अलग वजहों के चलते अयोग्य घोषित कर दिया गया है। जबकि चार सीटें खाली हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इन विधायकों ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उपचुनाव में होने वाले मतदान से पहले गुरुवार को कांग्रेस के विधायकों की बैठक हुई, इसमे 65 विधायकों ने हिस्सा लिया, जिन्हें बुधवार की रात को ही खरीद-फरोख्त के डर से रिसॉर्ट में ठहराया गया है।
चार विधायक अनुपस्थित
हालांकि कांग्रेस के नेताओं ने पहले कहा था कि वह अपने विधायकों को माउंट आबू लेकर जाएगी, जोकि राजस्थान की सीमा के पास है, लेकिन बाद में इन तमाम विधायकों को बलराम पैलेस रिसोर्ट में ठहराया गया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धनानी ने बताया कि विधायकों को बुधवार की रात रिसॉर्ट में ठहराया गया है। 71 में से 65 विधायकों को यहां ठहराया गया है। वहीं बागी विधायक अल्पेश ठाकोर और धवलसिंह जाला इस बैठक में नहीं पहुंचे, जबकि चार अन्य विधायकों ने अनुपस्थित रहने की अनुमति ली थी।
भाजपा पर आरोप
जो चार विधायक अनुपस्थित हैं उनके नाम गयासुद्दीन शेख, इमरान खेड़वाला, भीखाभाई जोशी और विक्रम मदन हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने बताया हमने अपने विधायकों को पार्टी की रणनीति के तहत रिसोर्ट में ठहराया था। हम सभी को पता है कि भाजपा गलत तरीके से मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है। 2017 में भी राज्यसभा चुनाव के दौरान पार्टी ने हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश की थी। इसी वजह से महने अपने विधायकों को एक दिन की वर्कशॉप के लिए रिसोर्ट भेजा था।