गुजरात से आया एक और चौंकाने वाला आंकड़ा, कांग्रेस ने बीजेपी को पछाड़ा
ज्यादातर लोग ये समझते हैं कि वोटिंग केवल EVM से होती है। जबकि एक चीज पोस्टल बैलेट पेपर भी होता है।
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज कर ली है और सरकार बना रही है। इसी बीच चुनाव आयोग की तरफ से जारी किया गया एक आकड़ा चौंकाने वाला है। इस आकड़े के मुताबिक कांग्रेस को 50.5 प्रतिशत लोगों ने वोट किया है। दरअसल चुनाव आयोग ने पोस्टल बैलेट पेपर से हुई वोटिंग के आकड़े जारी किए हैं। जिसके मुताबिक कांग्रेस को 50.5 प्रतिशत लोगों ने वोट किया है जबकि बीजेपी को 42.37 प्रतिशत लोगों ने वोट किया है। गुजरात चुनाव में बीजेपी ने भले ही बाजी मार ली हो लेकिन पोस्टल बैलेट से हुई वोटिंग में कांग्रेस ने बाजी मारी है।
पोस्टल बैलेट पेपर से हुई वोटिंग में कांग्रेस ने मारी बाजी
चुनाव आयोग की तरफ से जारी आकड़े के मुताबिक गुजरात की कुल 182 विधानसभा सीटों के लिए कुल 2.35 लाख लोगों ने पोस्टल बैलेट से वोटिंग की है। जिसमें से बीजेपी को 99,650 वोट मिले है जबकि कांग्रेस के पक्ष में 118,792 वोट पड़े है जो कुल वोट का 50.5 प्रतिशत है। बात 2012 के गुजरात विधानसभा चुनाव की करें तो उस समय 2.75 लाख वोटिंग पोस्टल बैलेट से हुई थी। उस समय बीजेपी के पक्ष में ज्यादा वोटिंग हुई थी।
ये लोग करते हैं पोस्टल बैलेट पेपर का इस्तेमाल
ज्यादातर लोग ये समझते हैं कि वोटिंग केवल EVM से होती है। जबकि एक चीज पोस्टल बैलेट पेपर भी होता है। चुनाव वाले दिन कई कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है। जैसे, पुलिसकर्मी, शिक्षक और अन्य सरकारी अधिकारी। इन लोगों की वोटिंग पहले ही करा ली जाती है। बैलेट पेपर से. EVM से कितने वोट हुए, ये संख्या अलग होती है। बैलेट पेपर से कितने वोट हुए, ये अलग संख्या होती है। जो फाइनल आंकड़ा होता है, उसमें दोनों तरह के वोट जोड़े जाते हैं।
NOTA का भी हुआ इस्तेमाल
इस बार के गुजरात विधानसभा चुनाव में NOTA ने भी बड़ा खेल किया है। आकड़ो के मुताबिक इस चुनाव में नोटा चौथे नंबर पर रहा। गुजरात विधानसभा चुनाव में मतदाताओं ने नोटा यानी कोई भी पसंद नहीं वाले ऑप्शन का जमकर इस्तेमाल किया है। गुजरात में ऐसे मतदाताओं की संख्या 5 .5 लाख रही। प्रतिशत के हिसाब से गुजरात में करीब 1. 8 फीसद मतदाताओं ने इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन में नोटा का बटन दबाया।
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