बड़ी खबर: GST की दरों में भारी कटौती, सस्ते हुए आम आदमी की जरूरत के 50 से अधिक सामान
नई दिल्ली: जीएसटी काउंसिल की बैठक में आम आदमी की जरूरत की करीब 50 से अधिक सामग्री पर टैक्स की दरों को घटाने का फैसला किया गया था। वहीं, इस फैसले के बाद 27 जुलाई से ये चीजें सस्ती हो गई हैं। पीयूष गोयल की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल की बैठक में सैनिटरी नैपकिन को जीएसटी से बाहर करने का फैसला लिया गया था जिसपर देशभर की महिलाओं ने खुशी व्यक्त की थी। इसके अतिरिक्त टीवी, फ्रिज पर भी जीएसटी की दरों को घटाने का फैसला लिया गया था।
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50 से अधिक सामान पर कम हुई जीएसटी की दरें
जीएसटी काउंसिल की बैठक में लिए गए फैसले के बाद परफ्यूम्स, लीथियम बैटरी, टीवी, वैक्युम क्लीनर, फूड ग्राइंडर, हैड ड्रायर, वार्निश, वाटर कूलर, मिल्क कूलर, मिक्सर, स्टोरेज वाटर हिटर, आइसक्रीम कूलर, टॉयलेट स्प्रे आदि पर GST अब 18 फीसदी कर दिया गया हैं, जबकि इसके पहले इन सामानों पर 28 फीसदी टैक्स देना पड़ता था जिसके कारण लोगों की जेब ढीली होती थी। जबकि पेंटिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले वुडन बॉक्स के अलावा हैंडबैग्स, ज्वैलरी बॉक्स इत्यादि पर जीएसटी को घटाकर 12 फीसदी कर दिया है। महिलाओं में सैनिटरी नैपकिन को जीएसटी से बाहर करने पर खुशी जाहिर की गई थी और इसे बड़ी राहत बताया गया था।
कारोबारियों को भी मिली राहत
वॉशिंग मशीन पर टैक्स 28 फीसदी घटाकर 18 फीसदी कर दिया है। जबकि 1000 रुपये के जूते-चप्पल पर भी टैक्स को घटाकर 5 फीसदी कर दिया है। वहीं, सरकार ने कारोबारियों के लिए जीएसटी रिटर्न के नियमों में भी सहूलियत प्रदान की है। कारोबारियों के लिए रिटर्न भरने वाले फॉर्म को केवल 1 पेज तक सीमित कर दिया गया है।
एमएसएमई सेक्टर को राहत देने पर होगा विचार
वहीं, वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने बताया था कि 4 अगस्त को होने वाली अगली बैठक में एमएसएमई सेक्टर को राहत देने पर जीएसटी काउंसिल विचार करेगी। वहीं, रिवर्स चार्ज मेकेनिज्म को भी 4 सितंबर तक के लिए टाल दिया गया है। बता दें कि जीएसटी के लागू होने के बाद से रिटर्न को लेकर व्यापारियों ने बार-बार आपत्ति दर्ज की थी जिसके बाद सरकार ने उनको भी राहत देने का फैसला किया है।
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