अब ISRO की होगी ट्रेनों पर नजर, तेल चोरी पर लगेगी लगाम, क्या है सरकार का मास्टर प्लान
नई दिल्ली। सैटेलाइट से रेलगाड़ियों की रियल टाइम मॉनिटरिंग से अब न सिर्फ रेलयात्रियों को अपने गंतव्य पर पहुंचने की सही सूचना मिलेगी बल्कि मालगाड़ियों से तेल और कोयले की चोरी पर भी लगाम लगेगी, जी हां, अब ट्रेनों पर हमारी-आपके अलावा भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की नजर होगी, जिससे अब मालगाड़ियों से चोरी करने वाले और फालतू में ट्रेनों को आउटर सिग्नलनों पर रोकने वालों की खैर नहीं होगी।
रियल टाइम मॉनिटरिंग शुरू
आपको बता दें कि इसरो के सैटेलाइट के जरिए कंट्रोल ऑफिस एप्लीकेशन सिस्टम में ट्रेनों के परिचालन की रियल टाइम मॉनिटरिंग शुरू हो गई है, जिसके चलते 700 से ज्यादा ट्रेनों के इंजनों में जीपीएस सिस्टम लगाए गए हैं।
तेल और कोयले की चोरी पर लगेगी लगाम
इस बारे में बात करते हुए आईपीएस अधिकारी और आरपीएफ के महानिदेशक अरुण कुमार ने मीडिया को बताया कि नई तकनीक से उम्मीद है कि मालगाड़ियों से तेल और कोयले की चोरी पर लगाम लगेगी, क्योंकि रियल टाइम मॉनिटरिंग होने से अनधिकृत स्टेशनों पर या स्टेशनों के बीच में मालगाड़ियों को रोकना मुश्किल होगा।
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अब चोरी करना नहीं होगा आसान
गौरतलब है कि इंडियन रेलवे को सबसे ज्यादा आमदनी मालगाड़ियों से होती है लेकिन तेल और कोयले की चोरी की शिकायत अक्सर मिलती रहती है, जिसमें रेलवे के रनिंग स्टाफ, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), रेलवे स्टेशनों के लोकल कर्मचारियों की मिली भगत होती है, फिलहाल जीपीएस सिस्टम एक्टिव होने के कारण अब चोरी करना आसान नहीं होगा।
तेजस ट्रेन के लिए बड़ा ऐलान
देश की पहली 'प्राइवेट' ट्रेन तेजस में सफर करने वाले हैं और सफर में देर होती है तो आप मुआवजे के हकदार होंगे। तेजस के सफर में एक घंटे से ज्यादा की देरी होती है तो आपको मुआवजा मिलेगा। आईआरसीटीसी अक्टूबर महीने ने इस तेजस ट्रेन का संचालन शुरू करने वाली है। पहली ट्रेन दिल्ली से लखनऊ के बीच चलेगी। हालांकि इस ट्रेन का बेस किराया इसी रूट पर चलने वाली शताब्दी के आसपास ही होगा, लेकिन इसमें अन्य कई सुविधाएं दी गई हैं।
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