वैक्सीन की तीसरी डोज के लिए 10 जनवरी से SMS भेजेगी सरकार- स्वास्थ्य मंत्रालय
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 10 जनवरी से शुरू होने वाली एहतियाती डोज के लिए सरकार एसएमएस भी भेजेगी।
नई दिल्ली, 30 दिसंबर: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों की वजह से देश पर महामारी की तीसरी लहर का संकट गहरा गया है। गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि देश में अब तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के 961 मामले मिल चुके हैं और इनमें से अभी तक 320 मरीज ठीक हुए हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 10 जनवरी से फ्रंट लाइन वर्कर्स और स्वास्थ्यकर्मियों के अलावा 60 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को वैक्सीन की तीसरी डोज दी जाएगा। साथ ही सरकार 60 साल से ऊपर की उम्र के लोगों को तीसरी डोज के बारे में याद दिलाने के लिए एमएसएस भी भेजेगी।
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प्रेस क्रॉन्फ्रेंस के दौरान लव अग्रवाल ने बताया, 'औसत तौर पर पिछले हफ्ते भारत में हर दिन कोरोना वायरस के 8 हजार से ज्यादा केस दर्ज किए गए। लेकिन, 26 दिसंबर के बाद से देश में हर रोज कोरोना वायरस के औसतन 10000 मामले सामने आ रहे हैं। मिजोरम के 6 जिलों, अरुणाचल प्रदेश के एक जिले और पश्चिम बंगाल के कोलकाता सहित 8 जिलों में कोरोना वायरस का साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 10 फीसदी से ऊपर दर्ज किया जा रहा है। इसके अलावा देश के 14 जिलों में कोरोना वायरस का साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 5 से 10 फीसदी के बीच है।
बीमारी
के
प्रभाव
को
कमजोर
करती
हैं
वैक्सीन-
आईसीएमआर
वहीं,
आईसीएमआर
के
डीजी
डॉ.
बलराम
भार्गव
ने
प्रेस
कॉन्फ्रेंस
के
दौरान
कहा,
'कोरोना
वायरस
की
सभी
वैक्सीन,
चाहे
वो
भारत,
इजराइल,
अमेरिका,
यूरोप,
यूके
या
चीन
की
हों,
मुख्य
तौर
पर
बीमारी
के
प्रभाव
को
कमजोर
करती
हैं।
वैक्सीन
संक्रमण
से
नहीं
बचाती
हैं।
फ्रंटलाइन
वर्कर्स
और
60
साल
से
ऊपर
की
उम्र
के
लोगों
को
दी
जाने
वाली
एहतियाती
खुराक
भी
मुख्य
रूप
से
संक्रमण
की
गंभीरता
को
कम
करने,
अस्पताल
में
भर्ती
होने
और
मृत्यु
से
बचाने
के
लिए
ही
है।
वैक्सीन
लेने
के
साथ-साथ
मास्क
का
इस्तेमाल
और
भीड़भाड़
वाली
जगहों
से
दूरी
बनाना
बहुत
जरूरी
है।
ओमिक्रॉन
के
खतरे
के
बीच
होम
आइसोलेशन
अभी
भी
एक
मजबूत
स्तंभ
के
तौर
पर
बना
हुआ
है।'