IAF चीफ ने Balakot एयर स्ट्राइक को बताया सरकार का मुश्किल और साहसिक फैसला
नई दिल्ली। पिछले वर्ष 26 फरवरी को हुई बालाकोट एयर स्ट्राइक को इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) चीफ एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने सरकार का एक साहसिक और मुश्किल फैसला करार दिया है। आईएएफ चीफ शुक्रवार को सेंटर फॉर एयर पावर स्टडीज में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। यहीं पर उन्होंने यह बात कही है। आपको बता दें कि बालाकोट एयर स्ट्राइक, 14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा आतंकी हमले का जवाब थी जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
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दुश्मन के गढ़ में IAF ने किया हमला
आईएएफ चीफ ने कहा, 'एक साल पहले सरकार ने पाकिस्तान के अंदर, लाइन ऑफ कंट्रोल के दूसरी तरफ आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप्स के गढ़ को निशाना बनाने वाला एक साहसिक और मुश्किल निर्णय लिया था। वायुसेना ने सफलतापूर्वक चिन्हित टारगेट्स को निशाना बनाया था। पाकिस्तान एयरफोर्स की तरफ से 30 घंटे बाद ऑपरेशन स्विफ्ट रेटॉरट के तहत कई एयरक्राफ्ट का बड़ा जत्था भेजा गया था। आईएएफ ने सुनिश्चित किया था कि वे किसी भी तरह से टारगेट्स को हिट न कर सकें।' आईएएफ चीफ के मुताबिक वह जल्दबाजी में थे। पाकिस्तान एयरफोर्स की तरफ से अपने देश में मौजूद लोगों को जवाब देने के लिए यह कदम उठाया गया था।
IAF Chief RKS Bhadauria at Centre for Air Power Studies in Delhi: A year ago, the Government took a tough and bold decision to strike at the heart of terrorist training camps deep inside Pakistan across the Line of Control. pic.twitter.com/L1FoHwmhVk
— ANI (@ANI) February 28, 2020
दुश्मन को दिया गया कड़ा संदेश
इसी कार्यक्रम में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि बालाकोट के जरिए जो संदेश दुश्मन को दिया गया था, वह एकदम साफ था। दुश्मन को बता दिया गया था कि भारत के लोगों पर किसी भी तरह के प्रॉक्सी वॉर का जवाब दिया जाएगा और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सीडीएस जनरल रावत ने कहा, 'अगर हमें कोई काम दिया गया है तो हमारे लिए यह जरूरी हो जाता है कि हम जमीन, आसमान और समुद्र में हर पल विश्वसनीय और मुंहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार रहें।' उन्होंने कहा कि विश्वसनीय प्रतिघात सैन्य नेतृत्व और राजनीतिक नेतृत्व की मानसिकता से ही आता है। कारगिल, उरी और पुलवामा हमले के बाद यह नेतृत्व साफतौर पर नजर आया था।