कोरोना पर सरकार के बयान को राहुल गांधी ने बताया टाइटैनिक के कैप्टन जैसा
कोरोना पर सरकार का बयान को राहुल ने बताया टाइटैनिक कैप्टन जैसा
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि कोरोना वायरस पर सरकार गंभीर नहीं है। ये एक बड़ी चुनौती है लेकिन स्वास्थ्य मंत्री कह रहे हैं कि सब कंट्रोल में है। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के संसद में कोरोना वायरस पर बयान के बाद राहुल ने ट्वीट करते हुए लिखा, स्वास्थ्य मंत्री कह रहे हैं कि कोरोना वायरस भारत सरकार के कंट्रोल में है। यह कुछ उसी तरह से है जैसे टाइटैनिक (जहाज) का कैप्टन यात्रियों से कहे कि घबराएं नहीं क्योंकि यह जहाज डूब नहीं सकता है। समय आ गया जब सरकार एक ऐक्शन प्लान सार्वजनिक करे और इस संकट से निपटने के लिए ठोस संसाधन मुहैया कराए।
टाइटैनिक जहाज 1912 में अपनी पहली यात्रा के दौरान ही समुंद्र में डूब गया था। टाइटैनिक को उस समय दुनिया का सबसे शक्तिशाली जहाज कहा गया था। राहुल गांधी ने पहली बार कोरोना वायरस को लेकर सरकार को नहीं घेरा है। बीते कई दिनों से राहुल गांधी सोशल मीडिया पर इसको लेकर लिख रहे हैं। राहुल का कहना है कि ये एक बहुत बड़ी चुनौती है और सरकार को इसे बेहद गंभीरता से लेते हुए अलर्ट हो जाना चाहिए।
गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कोरोना वायरस को लेकर राज्यसभा में बयान दिया है। उन्होंने बताया कि 4 मार्च तक देश में कोरोना वायरस के 29 पॉजिटिव केस सामने आए हैं और इन सभी को डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। कोरोना वायरस (COVID19) से उत्पन्न स्थिति और भारत सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों पर राज्यसभा में बोलते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इटली से आए पर्यटक कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. मैं रोजाना स्थिति की समीक्षा कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि मंत्रियों का एक ग्रुप भी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहा है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 4 मार्च तक कुल 28529 व्यक्तियों को सामुदायिक निगरानी में लाया गया और उनकी निगरानी की जा रही है। डॉ. हर्षवर्धन लोकसभा में भी कोरोना वायरस को लेकर केंद्र द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देंगे। उन्होंने बताया कि 4 मार्च तक 6 लाख 11 हजार 176 यात्रियों की अलग-अलग जगहों पर स्क्रीनिंग की जा चुकी है। साथ ही उन्होंने बताया कि इसकी जांच के लिए 15 लैब बनाए गए हैं, जबकि 19 लैब तैयार किए जा रहे हैं। बता दें कि इस वायरस से दुनिया भर 3,000 लोगों की जान जा चुकी है।