44 रुपए का एलईडी बल्ब, बचाएगा 40,000 करोड़ रुपए!
नई दिल्ली। घरों में बिजली नहीं आती है तो आप सब इसकी शिकायत करने लगते हैं। आपको लगता है कि सरकार आपकी इस मुश्किल को हल करने के लिए कुछ करती ही नहीं है। अब आपकी इस मुसीबत को दूर करेगा एलईडी बल्ब। लेकिन अगर आपको लगता है कि बाजार में 300 रुपए का एलईडी बल्ब बहुत महंगा है तो फिर अब सरकार यही बल्ब सिर्फ 44 रुपए में देने को तैयार है।
ऊर्जा मंत्री का एेलान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में ऊर्जा संरक्षण के मकसद से एलईडी बल्ब सबको मुहैया कराने की एक परियोजना शुरू की थी। लेकिन एक एलईडी बल्ब की कीमत 300 रुपए होने की वजह से लोग इसे खरीदने से कतरा रहे थे।
अब सरकार इस बल्ब की कीमत 300 रुपए से कम करके 44 रुपए तक करने पर विचार कर रही है। सरकार चाहती है कि देश में ज्यादा से ज्यादा लोग आम बल्ब की तुलना में इसके प्रयोग के लिए आगे आए।
केंद्रीय ऊजा मंत्री पीयूष गोयल ने एसोचैम के एक सत्र के दौरान बताया कि सरकार एक एलईडी बल्ब की कीमत 44 रुपए करने पर विचार कर रही है। सरकार यह कदम डॉमेस्टिक एफीशियंट लाइटिंग प्रोग्राम यानी डीईएलपी परियोजना को सफल बनाने के मकसद से उठाएगी।
इसी परियोजना के तहत सरकार एलईडी बल्ब को मुहैया करा रही है। बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा ने सरकार को मजबूर कर दिया है कि वह इस परियोजना के तहत दिए जाने वाले एलईडी बल्ब की कीमत को कम करे।
275 से 300 रुपए का एलईडी बल्ब
अभी बाजार में इस तरह के एक बल्ब की कीमत 275 रुपए 300 रुपए के बीच है। हाल में एक एक एलईडी बल्ब की कीमत को 74 रुपए तय हुई थी और यह शुरुआती 99 रुपए से कम है। सरकार की योजना के तहत ग्राहक एलईडी बल्ब को प्रति माह की किश्तों पर भी खरीद सकते हैं।
सरकारी अनुमान के मुताबिक अगर घरों में और पब्लिक लेवल एलईडी बल्ब का प्रयोग शुरू हो जाए तो देश में 50 से 90 प्रतिशत तक ऊर्जा की बचत हो सकेगी। अभी करीब 77 करोड़ साधारण बल्ब घरों में प्रयोग के लिए बेवे जाते हैं।
अब तक 1.35 करोड़ एलईडी बल्बों की बिक्री
अगर इन 77 करोड़ आम बल्बों की जगह घरों में एलईडी बल्बों का प्रयोग शुरू हो जाए तो करीब 25 बिलियन किलोवॉट ऊर्जा की हर वर्ष बचत हो सकेगी।
अभी तक 1.35 करोड़ एलईडी बल्ब को लोगों में वितरित किया जा चुका है। सरकार का लक्ष्य 70 करोड़ एलईडी बल्बों को वितरित करने का है। यह आंकड़ा सरकार अगले दो वर्षों और नौ माह में छूना चाहती है। पिछले कुछ माह के दौरान एलईडी बल्बों की कीमत में 75 प्रतिशत तक की गिरावट आ चुकी है।
क्या है डीएलईपी योजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष पांच जनवरी को डीएलईपी योजना को लांच किया था। डीईएलपी स्कीम अगर सफल हो जाती है तो फिर उससे 105 बिलियन किलोवाट की ऊर्जा की बचत हो पाएगी। सिर्फ इतना ही नहीं ऐसा करने से बिजली के बिल में 40,000 करोड़ रुपए की कमी तक हो सकती है।