पीपीई किट, मास्क और दूसरे स्वास्थ्य सुरक्षा उपकरणों की निर्यात नीति में सरकार ने किया बदलाव
पीपीई किट, मास्क और दूसरे उपकरणों की निर्यात नीति में बदलाव
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पीपीई किट और मास्क की निर्यात नीति में संशोधन किया है। जानकारी के मुताबिक, सभी श्रेणियों के चिकित्सा कवरों का निर्यात जिसमें मेडिकल में काम आने वाले चश्मे, सभी तरह के मास्क जिसमें गैर-चिकित्सा/गैर-सर्जिकल मास्क शमिल हैं। मेडिकल नाइट्राइल/एनबीआर दस्तानों के निर्यात पर प्रतिबंध जारी रहेगा। इसमे सर्जिकल ड्रैप्स, आइसोलेशन एप्रन, सर्जिकल रैप्स और एक्स-रे गाउन को शामिल नहीं किया गया है। यानी इनको छूट दी गई है।
कोरोना वायरस के संक्रमण का संकट बढ़ने के बाद स्वास्थ्य उपकरणों की निर्यात नीति में सरकार पहले भी बदलाव कर चुकी है। कोरोना के फैलने के बाद सरकार ने अपनी नीति को लेकर आलोचना का सामना किया था। जिसके बाद कई तरह के प्रतिबंध इन उपकरणों के निर्यात पर लगाए गए थे। कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई में पीपीई किट्स और मास्क को अहम हथियार माना जा रहा है। हालांकि केंद्र सरकार ने पीपीई किट और मास्क बनाने में इस्तेमाल किए जाने वाले खास किस्म के नॉन-वोवेन फैब्रिक के निर्यात से पाबंदी इसी महीने हटा दी थी।
देश और दुनिया में कोरोना वायरस लगातार फैल रहा है। ऐसे में इस बीमारी से मुकाबले में जो भी चीजें अहम हैं, उनकी काफी मांग है। बता दें कि भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले अब 11 लाख के पार पहुंच गए हैं और 28084 लोगों की अब तक मौत इससे हो चुकी है। दुनिया में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इस महामारी का कोई हल निकलता अभी नहीं दिख रहा है ना ही अभी वैक्सीन आने को लेकर कोई उम्मीद नजर आ रही है। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामले 14,907,161 पर पहुंच गए हैं और 614,445 मौतें अब तक हो चुकी हैं। दुनिया में इस समय कोरोना के 5,337,742 एक्टिव मरीज हैं। वहीं इससे ठीक होने वालों की संख्या 8,954,975 है।
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