आधार के जरिए अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस के साथ मिल ये कदम उठा सकती है सरकार
नई दिल्ली। केंद्र सरकार आधार डाटा पुलिस के साथा साजा कर सकती है, ऐसा अपराधियों को पकड़ने और अज्ञात शवों की पहचान के लिए किया जाएगा। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने गुरुवार को कहा कि सरकार इस बात पर विचार करेगी। अहीर ने कहा कि आधार से जुड़ी सूचना साझा करने और कैदी पहचान अधिनियम में संशोधनों को मंजूरी देने से संबंधित सुझावों पर सरकार चर्चा करेगी।
एनसीआरबी के डायरेक्टर ईश कुमार ने दिया सुझाव
आधार डाटा पुलिस के साथ साझा करने का सुझाव अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के डायरेक्टर ईश कुमार ने दिया था, इस सुझाव पर अहीर ने कहा है कि इसको लेकर सरकार सकारात्मक है। अहीर ने यह भी कहा कि आधुनिकता के साथ ही फिंगर प्रिंट्स ब्यूरो की डाटा स्टोरेज क्षमता को बढ़ाया जाना जाहिए। अहीर ने फिंगर प्रिंट्स ब्यूरो के निदेशकों के 19वें अखिल भारतीय सम्मेलन में ये बताया है।
अपराधियों को पकड़ने में होगा मददगार
एनसीआरबी के डायरेक्टर ईश कुमार ने कहा कि देशभर में एक साल में 50 लाख से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज होते हैं, इनमें ज्यादा ताताद उन लोगों की होती है, जो पहली बार अपराध करते हैं और इनका रिकॉर्ड पुलिस के पास नहीं होता। आधार डाटा होने पर इनकी उंगलियों के निशान पुलिस की बड़ी मदद कर सकते हैं।
अज्ञात शवों की हो सकेगी पहचान
कुमार का कहना है कि 40 हजार से ज्यादा अज्ञात शव देश में हर साल बरामद होते हैं। आधार डेटा उपलब्ध होने पर उनका पता किया जा सकता है और फिर शव उनके परिजनों को सौंपे जा सकते हैं।