आर्टिकल 370 हटने के बाद विदेशी राजनयिकों का एक और समूह जाएगा कश्मीर
नई दिल्ली। सरकार कुछ और विदेशी राजनयिकों को जम्मू कश्मीर के दौरे पर ले जाने की तैयारी कर रही है। सूत्रों की ओर से बताया गया है कि सरकार की तरफ से इस बार यूरोपियन यूनियन (ईयू) के तहत आने वाले देशों के राजनयिकों की मेजबानी घाटी में करने को तैयार है। आर्टिकल 370 हटने के बाद राजनयिकों का यह दूसरा घाटी दौरा होगा। बताया जा रहा है कि अगले हफ्ते राजनयिकों का दौरा संभव हो सकता है।
जनवरी में भी कुछ राजनयिक गए थे कश्मीर दौरे पर
सूत्रों की तरफ से बताया गया है कि करीब 20 से 25 राजनयिक इस बार घाटी के दौरा कर सकते हैं। ये सभी राजनयिक अलग-अलग भौगोलिक स्थितियों वाले क्षेत्रों से आते हैं और इन्हें प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा गया है। जनवरी में भी कुछ राजनयिक कश्मीर के दौरे पर गए थे और उस समय ईयू का कोई भी प्रतिनिधि इसमें शामिल नहीं था। कहा जा रहा है कि इस बार ग्रुप में 27 सदस्य हो सकते हैं और ईयू की तरफ से भी इसके लिए मंजूरी मिल गई है। जनवरी में ईयू राजनयिकों ने कश्मीर के दौरे पर जाने से इनकार कर दिया था। शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साउथ ब्लॉक में ईयू के मुखियाओं से मुलाकात की थी। यहां पर उन्होंने इस पूरे दौरे की योजना के बारे में जाना। इसके अलावा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर ईयू सदस्यों की चिंताओं को भी समझा। इससे पहले विदेश मंत्रालय की तरफ से 15 देशों के राजदूतों वाले एक प्रतिनिधि मंडल को कश्मीर दज्ञैरे पर भेजा गया था।