कोरोना वैक्सीन को लेकर सरकार ने बनाया विशेषज्ञों का एक ग्रुप, कल होगी पहली बैठक: स्वास्थ्य मंत्रालय
नई दिल्ली। देश-दुनिया में फैले कोरोना वायरस से अब तक करोड़ों लोग संक्रमित हो चुके हैं। अमेरिका, भारत और ब्रजील दुनिया में सबसे बड़े कोरोना प्रभावित देश है। महामारी के बीच भारत सहित दुनिया के कई देश कोरोना वैक्सीन तैयार करने की जुगत में लगे हुए हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सरकार ने वैक्सीन एडमिन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह का गठन किया है जो कल यानी 12 अगस्त को बैठक करेगा। इस बैठक में वैक्सीन को लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।
राजेश भूषण ने आगे कहा, राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह यह तय करेगी कि उचित वैक्सीन कैसे सिलेक्ट की जाएगी। कैसे वह देश में लाई जाएगी और कैसे वैक्सीन किसे पहले देना है यह तय किया जाएगा, आदि वैक्सीन से जुड़े सवालों को लेकर ये ग्रुप मंथन करेगा। बता दें कि आज ही रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन का ऐलान किया है। बता दें कि सरकार द्वारा टीका लगाने के लिए रूस के साथ टाई-अप करने के सवाल पर राजेश भूषण का ये बयान सामने आया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने कहा भारत में तीन प्रकार की वैक्सीन पर अलग-अलग तरीके से काम चल रहा है। इसमें पहली ऑक्सफोर्ड की है जो ब्रिटेन ने डेवलप की जिसने भारतीय कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के साथ किया। इसका दूसरा और तीसरा ट्रायल अलग अलग देशों में हो रहा है। बाकी भारत की दो कंपनिया भारत बायोटेक और जायडस कैडिला दूसरे चरण के ट्रायल कर रही हैं।
इस बीच राजेश भूषण ने बताया कि देशभर में 2.5 करोड़ से ज्यादा टेस्ट देश में किए जा चुके हैं, इस सप्ताह हमने एक दिन में 7,19,364 टेस्ट करने का एक नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने कहा, आज प्रधानमंत्री मोदी ने 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से एक समीक्षा बैठक की। इन 10 राज्यों में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, पंजाब, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल शामिल हैं। इन 10 राज्यों में देश के कुल कोविड मामलों के 80% सक्रिय मामले और कोविड से 81% मौतें दर्ज की गई हैं।
राजेश भूषण ने आगे कहा, पहली बार देश में कोरोना की मृत्यु दर 2% से कम हो गई है। वर्तमान में मृत्यु दर 1.99% है। पिछले 1 हफ्ते में औसत रिकवरी की दर 50000 से ज्यादा हो चुकी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी राज्य सरकारों का यह प्रयास होना चाहिए कि जितने भी नए कोविड मामले आते हैं, उनके क्लोज कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के साथ उनकी टेस्टिंग और आइसोलेशन या हॉस्पिटलाइजेशन पहले 72 घंटे में की जानी चाहिए।
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