मेहुल चौकसी अभी भी भारत का नागरिक, एंटीगुआ से प्रत्यर्पित करने पर जोर दे रही सरकार
नई दिल्ली। भगोड़ा हीरा व्यापारी और देश के सबसे बड़े बैंक घोटालों का आरोपी मेहुल चोकसी ने भले ही कैरेबियाई देश एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली है, लेकिन वह अभी भी भारतीय नागरिक है। पिछले हफ्ते जॉर्जटाउन में एक इंटरव्यू के दौरान, गुयाना में इंडियन हाई कमिश्नर वेंकटचलम महालिंगम और एंटीगुआ व बरबूडा में नॉन-रेजीडेंट हाई कमिश्नर सेंट किट्स और नेविस ने कहा कि वे चोकसी को अभी भी भारतीय नागरिक ही मानते हैं। एंटीगुआ एंड बारबुडा में नॉन-रेजीडेंट हाईकमिश्नर ने बताया कि हमने उसका पासपोर्ट निरस्त कर दिया लेकिन उसकी नागरिकता खत्म नहीं हुई।
चौकसी पर भारत के पीएनबी बैंक से 2 बिलियन डॉलर का फ्रॉड करने का आरोप है, जो पिछले करीब एक साल से देश से बाहर रह रहा है। मेहुल चौकसी की अगर वापसी होती है, तो मई में होने वाले चुनाव से पहले मोदी सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि होगी।
मेहुल चौकसी और उसका डायमंड टायकून भांजा नीरव मोदी पर पीएनबी बैंक के साथ धोखधड़ी करने का आरोप है। दोनों ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन किया है, जो अभी विदेश में रहे हैं।
गुयाना में भारत के राजदूत और एंटीगुआ एंड बारबुडा में नॉन-रेजीडेंट हाईकमिश्नर वेंकटचलम महालिंगम ने एक इंटरव्यू में बताया कि चौकसी ने अपनी भारतीय नागरिकता छोड़ी नहीं है। हमने उसका पासपोर्ट निरस्त कर दिया है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हमने उसकी नागरिकता रद्द कर दी है। अगर कोई अपनी नागरिकता छोड़ना चाहता है तो हमें यह मानना चाहिए। लेकिन इस बात हमने सहमति नहीं जताई है। महालिंगम ने कहा, उन्होंने (चौकसी) ने कोई अपराध जैसा काम नहीं किया और देश छोड़कर भाग गए। जरा सोचिए, अगर हम आपकी नागरिकता खत्म कर दें तो यह बेवकूफीभरा काम होगा।'