जेएनयू में विरोध प्रदर्शन खत्म करने को सुपर 30 संस्थापक आनंद कुमार ने दिया ये सुझाव
नई दिल्ली। बिहार के 'सुपर 30' कोचिंग इंस्टीट्यूट के संस्थापक आनंद कुमार ने कहा है कि जेएनयू में बढ़ाई गई फीस को लेकर सरकार को फिर से सोचना चाहिए, ताकि गरीब छात्र को नुकसान ना हो। साथ ही इस मामले का हल छात्रों के साथ बैठकर निकाला जाना चाहिए। करीब 20 दिन से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र हॉस्टल फीस बढ़ाए जाने को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। आनंद ने मंगलवार को इस पर कहा कि सबसे जरूरी इस बात पर ध्यान देना है कि इससे किसी गरीब छात्र का हक ना मारा जाए।
आनंद कुमार ने कहा, मुझे लगता है कि फीस में इजाफा केवल उन पर लागू होने चाहिए जो इसका भुगतान करने में सक्षम हैं। अमीर छात्र बढ़ी हुई फीस का भुगतान करें लेकिन उन लोगों पर भी ध्यान देना चाहिए जो प्रतिभाशाली लेकिन गरीब हैं। गरीब छात्रों को छात्रवृत्ति और अन्य तरीके से मदद मुहैया करानी चाहिए। सरकार को देखना चाहिए कि कोई जरूरतमंद वंचित ना रह जाएं।
आनंद कुमार ने कहा, जेएनयू में चल रहे विरोध प्रदर्शन का हल सौहार्दपूर्ण तरीके से निकालना चाहिए। अधिकारियों और छात्रों को एक साथ बैठकर समाधान ढूंढ़ना चाहिए। बीते 20 दिनों से जेएनयू छात्र हॉस्टल नियमावली के मसौदे के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसमें छात्रावास की फीस बढ़ाए जाने, ड्रेस कोड और आवाजाही के समय पर प्रतिबंध का जिक्र है।
छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए बीते बुधवार को जेएनयू कार्यकारी परिषद ने हॉस्टल फीस में बढ़ोतरी के फैसले को आंशिक तौर पर वापस लेने का फैसला किया था। फीस में कुछ कमी की बात कही गई थी लेकिन छात्रों की मांग है कि बढ़ी फीस का फैसला पूरी तरह से खत्म किया जाए। छात्रों ने सोमवार को और फिर आज (मंगलवार) छात्र अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय से संसद तक मार्च भी किया, हालांकि पुलिस ने बल प्रयोग कर पहले ही रोक दिया।
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