विकास की रफ्तार हुई धीमी, 6 वर्ष के सबसे निचले स्तर पर पहुंची GDP
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नई दिल्ली। सरकार की ओर से दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े जारी किए गए हैं। जैसा कि पहले से ही इस बात की आशंका थी कि दूसरी तिमाही का जीडीपी आंकड़े 5 फीसदी से नीचे रहेगा, वैसा ही हुआ। सरकार ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसके अनुसार दूसरी तिमाही में विकास दर 4.5 फीसदी रही है, जोकि पिछले 6 वर्ष में सबसे निचले स्तर पर है। बता दें कि पिछले वर्ष देश की विकास दर 7 फीसदी थी। इससे पहले गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि देश में किसी भी तरह की महंगाई नहीं थी और ना ही आगे होगी।
पिछले क्वार्टर की बात करें तो विकास दर 5 फीसदी थी। लगातार पांचवी तिमाही में यह गिरावट देखने को मिली है। आकंड़ों को जारी करने से पहले सरकार की ओर से कहा गया कि बुनियादी 8 सेक्टर के भी उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है। अक्टूबर माह में यह 5.8 फीसदी रहा है। सरकार के आंकड़े दर्शाते हैं देश की अर्थव्यवस्था कि संकट के दौर से गुजर रही है। अक्टूबर और नवंबर में भारी बारिश की वजह से देश के कई हिस्सों में फसल को काफी नुकसान पहुंचा। माना जा रहा है कि इसकी वजह से सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी हुई है। सब्जियों के दाम में बढ़ोतरी की वजह से खाद्य महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई है।
देश के आर्थिक विकास को लेकर केंद्र सरकार की ओर से अहम आंकड़ा जारी किया गया है। सरकार की ओर से जारी किए गए आंकड़े में कहा गया है कि अक्टूबर माह में 8 बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है। सरकार की ओर से कहा गया है कि इन 8 बुनियादी उद्योगों का उत्पादन अक्टूबर माह में 5.8 फीसदी रहा है। वहीं सितंबर माह की बात करें इसमे 5.2 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी। बता दें कि ये सभी 8 बुनियादी सेक्टर इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन में 40.27 फीसदी का योगदान करते हैं। ये 8 बुनियादी सेक्टर कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, सीमेंट, स्टील और बिजली हैं।