सरकार ने किसानों को दिया बातचीत का ऑफर, कृषि मंत्री बोले- हम मुद्दों का हल चाहते हैं
नई दिल्ली। पिछले 2 दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान शनिवार को भी अपनी मांगों पर अडे़ हुए हैं। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को बुराड़ी के निंरकारी मैदान में जाने की अनुमति दे दी थी, लेकिन किसान रामलीला मैदान में जाने की मांग को लेकर अभी भी सिंघु बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इस बीच केंद्र सरकार भी किसानों से बातचीत करने को तैयार हो गई है। सरकार ने 3 दिसंबर को बातचीत का ऑफर दिया है।
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किसानों पर राजनीति ना करें विपक्षी दल- कृषि मंत्री
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ये जानकारी देते हुए कहा है कि सरकार किसान संगठनों से बातचीत करने के तैयार है, हमने 3 दिसंबर को किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। कृषि मंत्री ने आगे कहा कि हम किसी भी कीमत पर किसानों के मुद्दों का हल चाहते हैं और मुझे उम्मीद है कि 3 दिसंबर को किसान संगठन बातचीत के लिए आएंगे। नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि विपक्षी दल किसानों के नाम पर राजनीति कर रहे हैं, उनसे मैं आग्रह करना चाहता हूं कि वो ऐसा ना करें।
Government is ready for talks with farmer unions to resolve their issues. We have invited them for talks on December 3. I hope that they will come to the meeting. I urge political parties not to play politics in the name of farmers: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar pic.twitter.com/N5in45HXUf
— ANI (@ANI) November 28, 2020
2 दिन से पुलिस के लाठी-डंडे खा रहे हैं किसान
आपको बता दें कि पिछले 2 दिन से पंजाब से आए किसानों का आक्रामक रूख देखने को मिल रहा है। दिल्ली में घुसने की जिद पर अड़े किसानों पर पुलिस ने बल प्रयोग भी किया है। गुरुवार और शुक्रवार दोनों ही दिन किसानों पर पुलिस ने वॉटर कैनन और आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल किया। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए शुक्रवार शाम को दिल्ली पुलिस ने किसानों को बॉर्डर पार करने की इजाजत दे दी, लेकिन किसानों ने उसे ठुकरा दिया। किसानों की मांग है कि उन्हें रामलीला मैदान में जाने दिया जाए और पुलिस ने किसानों को निरंकारी ग्राउंड में धरना देने की अनुमति दी थी।
आपको बता दें कि पंजाब से आए किसान केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हैं। पिछले कई दिनों से ये किसान पंजाब में धरनों पर बैठे थे, लेकिन बाद में इन्होंने 26 और 27 दिसंबर को दिल्ली में प्रदर्शन करने का ऐलान किया।