घाटी में सामान्य होने लगे हालात, आम जिंदगी आने लगी पटरी पर
घाटी में सामान्य होने लगे हालात, आम जिंदगी आने लगी पटरी पर
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी विपक्ष के तमाम नेताओं के साथ शनिवार को जम्मू कश्मीर का दौरा करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन इस दौरान उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया। जिसके बाद जम्म कश्मीर सरकार ने बयान जारी करके कहा है कि राजनीतिक दलों के नेता जम्मू कश्मीर का दौरा नहीं करें, इससे घाटी में प्रतिबंधों को कम करने और घाटी में शांति व सामान्य जीवन को पटरी पर लाने के प्रयास को झटका लगेगा। घाटी में हालात को सामान्य करने के लिए सरकार और प्रशासन कोशिशों में जुटी है और कई जगहों पर पाबंदियों पर नरमी बरती जा रही है।
दवाओं की नहीं कोई कमी
श्रीनगर में 1666 में से 1165 दवा की दुकानें खुली, अकेले कश्मीर घाटी में 7630 मेडिकल स्टोर हैं, जिसमे 4331 थोक की दुकानें हैं, जिसमे से 65 फीसदी दुकानें खुली हैं। प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई है कि घाटी में किसी भी तरह की दवा की समस्या नहीं है और यहां सभी 376 नोटीफाइड दवाएं सरकारी दुकानों और प्राइवट दुकानों पर उपलब्ध हैं। 62 जरूरी जीवन रक्षा दवाएं भी उपलब्ध हैं। जम्मू और चंडीगढ़ स्टेशन पर तीन लोगं को दवाओं और बेबी फूड की तुरंत आपूर्ति के लिए तैनात किया गया है।
बैरंग
लौटा
दल
बता
दें
कि
शनिवार
को
तमाम
विपक्षी
नेता
घाटी
पहुंचे
थे
लेकिन
उन्हें
बैरंग
वापस
लौटा
दिया
गया।
दिल्ली
पहुंचने
के
बाद
राहुल
गांधी
ने
कहा
था
कि
घाटी
में
हालात
सामान्य
नहीं
हैं।
बता
दें
कि
घाटी
में
प्रशासन
हालात
को
सामान्य
करने
और
प्रतिबंधों
को
कम
करने
की
लगातार
कोशिश
कर
रहा
है।
कुछ
संवेदनशील
इलाकों
में
प्रतिबंध
में
नरमी
बरती
जा
रही
है।
साथ
ही
सीमा
पार
से
होने
वाली
आथंकी
गतिविधियों
और
कानून-व्यवस्था
पर
पैनी
नजर
रखी
जा
रही
है।
हालात
को
सामान्य
करने
की
कोशिश
घाटी
में
तनाव
की
घटनाओं
की
बात
करें
तो
इसमे
भारी
गिरावट
देखने
को
मिली
है।
दिन
में
पाबंदी
में
कमी
की
गई
है,
दिन
में
कश्मीर
में
69
पुलिस
स्टेशन
और
जम्मू
में
81
पुलिस
स्टेशन
पर
प्रतिबंध
को
हटा
लिया
गया
है।
आने
वाले
हफ्ते
में
5300
कनेक्शन
को
बहाल
किया
जाएगा।
घाटी
में
1500
प्राइमरी
स्कूल,
1000
मिडिल
स्कूल
को
खोल
दिया
गया
है
और
यहां
धीरे-धीरे
बच्चों
के
आने
का
सिलसिला
शुरू
हो
रहा
है।
शिक्षा
विभाग
उन
तमाम
स्कूलों
को
सुचारू
रूप
से
चलाने
की
कोशिश
में
जुटा
है
जहां
पर
पाबंदी
नहीं
है।
जम्मू
कश्मीर
पुलिस
के
मुखिया
दिलबाग
सिंह
और
बीएसएफ
जनरल
रजनीकांत
मिश्रा
ने
शनिवार
को
दक्षिण
कश्मीर
के
इलाकों
का
दौरा
किया
और
सुरक्षा
व्यवस्था
का
जायजा
लिया।
विपक्ष
ने
साधा
निशाना
बता
दें
कि
शनिवार
को
कांग्रेस
ने
मोदी
सरकार
पर
प्रतिनिधि
मंडल
को
रोकने
को
लेकर
निशाना
साधा
था।
राहुल
गांधी
ने
कहा
था
कि
अगर
घाटी
में
हालात
सामान्य
हैं
तो
हमे
जाने
से
क्यों
रोका
जा
रहा
है।
हर
रोज
सरकार
के
मंत्री,
अधिकारी
दावा
करते
हैं
कि
घाटी
में
हालात
सामान्य
हैं,
बावजूद
इसके
हमे
यहां
के
हालात
का
जायजा
लेने
के
लिए
जाने
नहीं
दिया
जा
रहा
है।
कांग्रेस
की
ओर
से
ट्वीट
करके
कहा
गया
कि
अगर
जम्मू
कश्मीर
में
हालात
सामान्य
हैं
तो
विपक्ष
को
एयरपोर्ट
पर
क्यों
रोका
गया,
मोदी
सरकार
आखिर
क्या
छिपाने
की
कोशिश
कर
रही
है।