शीतकालीन सत्र से पहले सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, इन मुद्दों पर होगी चर्चा
नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र से एक दिन पहले आज सरकार ने दोनों सदनों को सुचारू रूप से चलाने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई है। सदन के भीतर कामकाज को चलाने के साथ सर्वसम्मति बनाने के लिए यह सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। साथ ही लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन और राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने भी अलग-अलग बैठक बुलाई है। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री इस सर्वदलीय बैठक में सरकार के एजेंडे को सूचिबद्ध करते हैं और विपक्ष से इस बात की मांग करते हैं कि वह सदन को सुचारू रूप से चलाने में सरकार का सहयोग करे।
हंगामेदार रहेगा सत्र
11 दिसंबर से शुरू हो रहे शीतकाली सत्र में माना जा रहा है विपक्ष तमाम मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी। आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले यह आखिरी पूर्णकालिक संसद सत्र है। ऐसे में इस सत्र में हंगामे के पूरे आसार हैं। एक तरफ जहां सरकार तीन तलाक, उपभोक्ता संरक्षण, डीएनए, चिट फंड, सहित तीन दर्जन विधेयकों को पास कराने कोशिश करेगी तो दूसरी तरफ विपक्ष राफेल डील, सीबीआई विवाद, आरबीआई विवाद, बुलंदशहर हिंसा सहित तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी।
11 दिसंबर को चुनाव परिणाम कि घोषणा
गौर करने वाली बात यह है कि एक तरफ जहां 11 दिसंबर को संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है तो इसी दिन पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजे भी घोषित किए जाएंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि इस बार का शीतकालीन सत्र काफी हंगामेदार होगा। हालांकि एग्जिट पोल के नतीजों की मानें तो कांग्रेस का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। लेकिन अंतिम फैसले नतीजे आने के बाद ही सामने होंगे। पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आगामी लोकसभा चुनाव से पहले काफी अहम हैं और इसे लोकसभा चुनाव से पहले का सेमीफाइनल माना जा रहा है।
स्थगित हो जाएगी सभा
हालांकि संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से शुरू हो रहा है, लेकिन केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार के निधन की वजह से कल सदन में उन्हें श्रद्धांजलि देने के बाद इसे पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया जाएगा। 12 दिसंबर से संसद का सत्र शुरू पूरे हंगामे के बीच शुरू होने की उम्मीद है, जिसमे सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर हमला बोलेंगे।
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