गोरखपुर-फूलपुर का हिट फॉर्मूला 2019 में बीजेपी के लिए बनेगा मुसीबत
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और फुलपूर संसदीय सीट पर उपचुनाव के परिणाम आज आ रहे हैं। यहां भारतीय जनता पार्टी की लड़ाई समाजावादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस से है। इन दोनों सीटों के उपचुनाव प्रदेश की आदित्यनाथ सरकार और केंद्र की मोदी सरकार के लिए 2019 का सेमिफाइनल माना जा रहा है। अब तक के रुझानों में फूलपुर उपचुनाव के परिणामों में भाजपा पीछे है। यहां अब तक 10 राउंड की मतगणना हो चुकी है और सपा आगे है।
केशव प्रसाद मौर्य सांसद थे
बता दें कि फूलपुर सीट पर केशव प्रसाद मौर्य सांसद थे, जो बीते साल 19 मार्च को उत्तर प्रदेश की सरकार में उप-मुख्यमंत्री बनाए गए थे। इस सीट भाजपा के साथ-साथ केशव की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। वहीं गोरखपुर जहां से आदित्यनाथ सांसद थे, यह सीट भी भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। यहां 3 दशक से भाजपा के अलावा किसी का सांसद नहीं रहा। हालांकि ताजा रुझानों के अनुसार भाजपा यहां सपा से पीछे चल रही है।
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सपा बसपा का गठबंधन
यह बात दीगर है कि इस बार इन दोनों सीटों के उपचुनाव पर कांग्रेस जहां अकेले लड़ रही है वहीं बसपा और सपा ने गठबंधन कर लिया है। जिसका खास अभी तक के रुझानों में देखने को मिल रहा है। अगर यही रुझान आगे चलकर परिणामों में तब्दील होते हैं तो विपक्ष को साल 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए एक हिट फार्मूला मिल जाएगा। इस फार्मूले से विपक्ष,भाजपा के विजय रथ को रोकने में सफल हो जाएगा।
फिलहाल गठबंधन के फेल होने की संभावनाएं खारिज
सपा और बसपा के गठबंधन को शुरुआती दौर में माना जा रहा था कि यह सफल नहीं होगा क्योंकि साल 2014 लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के कुल वोट, इन दोनों से ज्यादा थे। ऐसे में यह बात कही जा रही थी कि भाजपा को इसका मिलेगा। हालांकि मौजूदा रुझानों को देखकर सारी संभावनाएं खारिज होती दिख रही हैं। गौरतलब है कि गोरखपुर में 11मार्च को हुए मतदान में 47.75 फीसदी मतदान हुआ था। वहीं फूलपुर में यह मतदान मात्र 38 फीसदी हुआ था। इतने कम मतदान ने हार जीत के सभी संभावित समीकरणों को खारिज कर दिया।