Exclusive: एलपीजी सिलेंडर से मिलेगा छुटकारा क्योंकि 80 शहरों में आ रही है PNG
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। मम्मी जी, पत्नी या फिर दीदी इनमें से कोई भी अब रसोई गैस सिलेंडर खत्म होने पर झिकझिक नहीं करेंगी। और न ही हर दूसरे-तीसरे महीने छोटे सिलेंडर, स्टोव, हीटर या फिर अंगीठी का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। ऐसा इसलिये क्योंकि बहुत जल्द देश के 80 शहरों में पीएनजी की लाइनें बिछाने का काम शुरू हो जायेगा। काम पूरा होते ही घर-घर में पाइप-लाइन के माध्यम से रसोई गैस मिलेगी।
सरकार करीब 80 नए शहरों में पाइपड लिक्वीफाइड नेचुरल गैस (पीएनजी) पहुंचाने जा रही है। अभी तक सिर्फ देश के 24 शहरों में ही पीएनजी पहुंचाई जा रही है। इन शहरों की आबादी पाँच लाख से ज्यादा है।
अभी तक के 30 लाख घरों में है पीएनजी
एक अनुमान के मुताबिक, देश में सिर्फ 30 लाख लोगों को ही पीएनजी गैस मिल रही है। यानी इन घरों में खाना पीएनजी गैस पर पकता है। पेट्रोलियम मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, सरकार की तरफ से उन शहरों की घोषणा बहुत जल्दी कर दी जाएगी,जिधर पीएनजी गैस पहुंचाई जाएगी। पीएनजी गैस सिलेंडर की तुलना में सस्ती पड़ती है।
मोदी ने की पेट्रोलियम मंत्री से बात
जानकारों ने बताया कि हाल ही में पीएनजी गैस देश के 80 नए शहरों में पहुंचाए जाने के सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से जानकारी ली। मोदी को बताया गया कि उनका मंत्रालय नए शहरों में पीएनजी गैस की सप्लाई करने के लिए अब तैयार है।
जानकारों ने बताया कि नए शहरों में अगले छह महीनों में पीएनजी गैस पहुंचा दी जाएगी। पीएनजी गैस उन ग्राहकों को मिलती है,जो पहले पाँच हजार रुपये जमा करवाते हैं पेट्रोलियम और नेचुरल गैस रेगुलेटरी बोर्ड को। यह राशि इसलिए ली जाती है ताकि गैस पाइल लाइन उस घर तक पहुंचाई जा सके।
राजधानी दिल्ली और मुंबई में सबसे पहले पीएनजी गैस की सप्लाई 70 के दशक में शुरू हो गई थी। अब तो राजधानी के लगभग हर इलाके में बने फ्लैटों में पीएनजी गैस पहुंच रही है। इससे गृहणियों की जिंदगी पहले के मुकाबले कहीं आसान हो गई है।