Good News: भारत में ताजा कोरोनोवायरस संक्रमण में लगातार 6वें हफ्ते आई गिरावट
नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस की प्रवृत्ति को देखकर राहत की अनुभूति की जा सकती है, क्योंकि आधिकारिक वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक सितंबर के पहले सप्ताह से भारत में कोरोना मामलों की संख्या लगातार घट रही है। रिकॉर्ड कहते हैं कि भारत में ताजा कोरोना संक्रमण में लगातार छठे हफ्ते गिरावट दर्ज हुई है। वहीं, लगातार पांच हफ्तों से भारत में कोरोना मरीजों की मौतों में भी गिरावट दर्ज हुई है।
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पिछले हफ्ते मरीजों की संख्या में सबसे अधिक साप्ताहिक गिरावट देखी गई है
पिछले हफ्ते (19-25 अक्टूबर) भारत में कोरोना मरीजों की संख्या में सबसे अधिक साप्ताहिक गिरावट देखी गई है। नए कोरोनावायरस के मामलों में 16 फीसदी और महामारी की वजह से 19 फीसदी मौतें हुईं। भारत ने सप्ताह के दौरान 3.6 लाख कोरोना ने नए मामले दर्ज किए है, जो कि 20-26 सप्ताह के बाद सबसे कम है। जुलाई में 3.2 लाख मामलों की सूचना मिली थी। पिछले हफ्ते (12-18 अक्टूबर) को भारत में नए कोरोना मामलों में लगभग 13 फीसदी और कोरोनावायरस से संबंधित मौतों में लगभग 16 फीसदी की साप्ताहिक गिरावट देखी गई थी।
भारत में कोरोना मरीजों की रिकवरी दर 90 फीसदी से अधिक हो गई है
महामारी को लेकर सार्वजनिक रूप से एक और सकारात्मक बात देखी गई है और वह है रिकवरी दर, जो अब 90 फीसदी से अधिक हो गई है। हालांकि एक महामारी में रिकवरी दर बहुत महत्वपूर्ण संकेतक नहीं है, क्योंकि वैश्विक महामारी की मृत्यु दर लगभग 5 फीसदी या उससे कम होती है, जिसका मतलब यह है कि बाकी 95 फीसदी रिकवरी दर महामारी के अंत में दर्शाते हैं, लेकिन रिकवरी दर में निरंतर वृद्धि इंगित करती है कि महामारी वर्तमान चरण में कम से कम अपने अंत के करीब है।
भारत दुनिया और एशिया में अभी भी सर्वाधिक प्रभावित देशों में शुमार है
भारत में फैले कोरोनावायरस से संबंधित एक अन्य पहलू हैं, जिन्हें अलग-अलग कोरोनोवायरस मामलों में देखी गई सकारात्मकता से ढंका नहीं जा सकता है। भारत दुनिया में और एशिया में भी सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक बना हुआ है, जहां संक्रमण का औसत 1 करोड़ से अधिक मामलों में लगभग 78 फीसदी हैं।
भारत में नए मामलों के आंकड़े 99,000 प्रतिदिन से नीचे गिर गए हैं
यह अच्छा है कि भारत में नए मामलों के आंकड़े 16 सितंबर को छुए शिखर लगभग 99,000 प्रतिदिन से नीचे गिर गया है। जब भयावह आंकड़े अमेरिका के कोरोनावायरस संख्या से आगे निकलने की धमकी दे रहे थे। अब अमेरिका भारत की तुलना में अधिक मामलों की रिपोर्ट कर रहा है। यह भारत को कोरोना मामलों के लिए सबसे अधिक वैश्विक संख्या होने में अमेरिका से आगे निकलने से पीछे खींच लाया है। फिर भी पिछले सप्ताह तक भारत में प्रतिदिन 760 से अधिक कोरोना से हुई औसत मृत्यु की सूचना दी है।
भारत अभी भी कोरोना मामलो को लेकर वैश्विक हॉटपॉट बना हुआ है
हालांकि रविवार को यह आंकड़ा 500 से नीचे आ गया था, लेकिन दुनिया भर में हुई 13 मौतों में से एक मौत के आंकड़े साथ भारत अभी भी कोरोना का वैश्विक हॉटपॉट बना हुआ है। हालांकि कुछ विशेषज्ञों ने कोरोनावायरस की संख्या में गिरावट के लिए भारत के लोगों की मानसिकता को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, कुछ अन्य लोगों ने जनसंख्या के आकार की तुलना में भारत ने पर्याप्त नहीं परीक्षण किए हैं इसलिए संख्या में आई गिरावट को जिम्मेदार बता रहे हैं।
भारत प्रत्येक 1,000 लोगों में से 71-72 लोगों का कोरोना परीक्षण करता है
भारत प्रत्येक 1,000 लोगों में से 71-72 लोगों का कोरोना परीक्षण करता है, यहां तक कि भारत में दैनिक परीक्षण संख्या 24 सितंबर को लगभग 15 लाख तक पहुंच चुकी है और अभी भी अक्टूबर के अधिकांश दिनों में 10 लाख से अधिक टेस्टिंग होती है। हालांकि भारत में हो रही टेस्टिंग का यह आंकड़ा अमेरिका में प्रति 1,000 व्यक्तियों पर 416, ब्रिटेन में लगभग 389 और रूस में 385 की संख्या से काफी नीचे है।
ग्रामीण भारत में कोरोनोवायरस महामारी का संचरण कम है
हालांकि भारत में परीक्षण संख्या को देश में कोरोना मामलों को स्थानिक वितरण से संबंधित पहलुओं को देखने की जरूरत है। ग्रामीण भारत, पश्चिम के देशों के विपरीत अधिकांश आबादी रहती हैं, वहां कोरोनोवायरस महामारी का संचरण कम है। कई गांवों में कोरोना का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। उदाहरण के लिए, एक विशाल ग्रामीण जनसंख्या आधार वाले बिहार ने रविवार को कोरोना के लिए 1.4 लाख नमूनों का परीक्षण किया और 750 से कम सकारात्मक मामलों की सूचना दी। दूसरी ओर दिल्ली ने रविवार को 49,100 नमूनों का परीक्षण किया और वहां कोरोना के 4,100 से अधिक मामलों की सूचना दी। यह इंगित करता है कि लगभग 2 करोड़ आबादी वाले दिल्ली को अधिक परीक्षण की जरूरत है, जबकि 12 करोड़ से अधिक की जनसंख्या वाला बिहार कोरोना परीक्षणों की कम संख्या के साथ अच्छा कर सकते हैं।
भारत ने अक्टूबर में अपने सक्रिय कोरोना मामलों में काफी कमी की है
भारत ने अक्टूबर में अपने सक्रिय कोरोना मामलों में काफी कमी की है, जो कि अभी तक रिपोर्ट नहीं की गई है। 2 अक्टूबर के बाद सक्रिय कोरोना मामलों में वृद्धि गत 25 अक्टूबर को एक दिन देखा गया है। गत 17 सितंबर के बाद स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर सक्रिय कोरोना मामलों को वास्तविक बोझ को बढ़ाने में केवल 5 दिन हुए हैं। इस अवधि के दौरान सबसे अधिक वृद्धि 27 सितंबर को हुई थी, जिसमें सक्रिय मामलों में 7,000 से अधिक वृद्धि हुई थी। वहीं, एक दिन में 3,000 से अधिक वृद्धि देखी गई और तीन अन्य के आंकड़े 2,000 से कम थे, जबकि सबसे कम आंकड़ा 300 था। रविवार तक भारत में सक्रिय कोरोना मामलों की संख्या 6.54 लाख थी। यह 12 अगस्त के बाद की सबसे कम संख्या है, जबकि शिखर 17 सितंबर को ही पहुंच चुका था, जब भारत में 10.17 लाख कोरोना मामले सक्रिय थे।