BSNL कर्मचारियों को मिली खुशखबरी, दिवाली से पहले मिलेगी बकाया सैलरी
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नई दिल्ली। सरकारी टेलिकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। बीएसएनएल के कर्मचारियों को दिवाली से पहले बकाया सैलरी मिल जाएगी। सरकार सरकारी टेलिकॉम कंपनी को पटरी पर लाने की कोशिश कर रही है। केंद्र सरकार ने कंपनी के कर्मचारियों की बकाया सैलरी दिवाली से पहले देने का फैसला किया है। बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक पीके पुरवार ने यह कहा कि सभी कर्मचारियों का वेतन दिवाली से पहले मिल जाएगा।
बीएसएनएल के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी
बीएसएनएल की हालात को सुधारने के लिए सरकार लगातार कोशिश कर रही है। कर्मचारियों की सैलरी में हो रही देरी को लेकर सरकार ने खेद जताया और उम्मीद जताई है कि कर्मचारियों की बकाया सैलरी दिवाली से पहले ही मिल जाएगी। कर्मचारियों को अगस्त की सैलरी भी देरी से मिली। कर्मचारियों में बढ़ती नाराजगी के बाद अब उम्मीद जताई जा रही है कि दिवाली से पहले इन कर्मचारियों को सैलरी मिल जाएगी।
BSNL को घाटा
बीएसएनएल लगातार घाटे में चल रही है। कंपनी को वित्त वर्ष 2019 में 13,804 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ ।लगातार घाटे में चल रही बीएसएनएल कर्मचारियों की अगस्त महीने की सैलरी भी लेट से मिली। सितंबर की सैलरी में भी देरी हुई। अब सरकार ने भरोसा दिलाया है कि उन्हें दिवाली से पहले सैलरी मिल जाएगी। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी को पटरी पर लाने की सरकार की योजना में देरी को देखते हुए कंपनी के अस्तित्व के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने यह बात कही। बीएसएनएल में कुल 1,63,902 कर्मचारी हैं, जिनकी सैलरी पर कंपनी को हर माह 850 करोड़ रुपए खर्च करने पड़ते हैं।
वेतन पर होता है सबसे ज्यादा खर्च करती है बीएसएनएल
बीएसएनएल
की
ओर
से
कहा
गया
कि
उनके
नुकसान
की
एक
बड़ी
वजह
यह
भी
है
कि
जब
भी
देश
के
किसी
भी
हिस्से
में
कोई
प्राकृतिक
आपदा
जैसे
बाढ़,
तूफान
की
वजह
से
परेशानी
आती
है
तो
बीएसएनएल
ही
पहली
कंपनी
होती
है
जो
मुफ्त
में
सेवाएं
देती
है।
वहीं
कंपनी
की
कमाई
का
बड़ा
हिस्सा
कर्मचारियों
की
सैलरी
में
चला
जाता
है।
कंपनी
की
कमाई
का
75
फीसदी
हिस्सा
कर्मचारियों
का
वेतन
में
चला
जाता
है,
जबकि
अन्य
कंपनियों
वेतन
मत
में
सिर्फ
10
फीसदी
खर्च
करती
है।